भिवानी: श्राद्ध की अमावस्या पर गोधन को काल का ग्रास बनने से बचाने के लिए हर वर्ष गोरक्षा दल भिवानी व जिला प्रशासन जोर-शोर से जागरूकता अभियान चलाता है और गाय को अत्यधिक मात्रा में खीर, पुरी, हलवा या रोटी ना दिए जाने की अपील करता है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों में अंधविश्वास व अज्ञानता इतनी हावी है कि जागरूक करने के बावजूद भी गाय को अत्यधिक मात्रा में अधपका या तला हुआ ग्रास दिया जाता है. जिसके चलते हर वर्ष श्राद्ध की अमावस्या पर दर्जनों गाय काल की भेंट चढ़ जाती है. ऐसा ही वाकया इस बार भी देखने को मिला, जहां जिला प्रशासन के प्रबंधों की कमी व लोगों की अज्ञानता के चलते 9 गाय काल का ग्रास बन गईं. जिसके विरोध में गोरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार के नेतृत्व में टीम ने रोष जताया है.
प्रशासन ने नहीं सुनी बात :गोरक्षकों ने मृत पशुओं को साथ लेकर मुंह पर पट्टी बांधते हुए स्थानीय महम रोड स्थित गोशाला के समक्ष मौन धरना दिया. गोरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने कहा कि यदि दो दिन पहले किसी प्राकृतिक आपदा का अलर्ट दिया जाए तो प्रशासन बचाव के उपाय पहले ही कर देता है, लेकिन गोरक्षा दल एक वर्ष पहले से प्रशासन से अपील कर रहा था कि श्राद्ध की अमावस्या पर गोधन को काल का ग्रास बनने से बचाने के लिए व्यापक प्रबंध करें, लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन ने प्रबंध के सिर्फ दिखावे किए. जमीनी हकीकत पर कोई कार्य नहीं किया.
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