पंचकूला: हरियाणा में इस बार धान और बाजरे की बंपर पैदावार हुई है. धान-बाजरे से मंडियां भर गई हैं. सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इनकी खरीद कर रही है. प्रदेश सरकार का दावा है कि किसानों को समय पर भुगतान दिया जा रहा है. सरकारी आंकड़े के अनुसार अब तक धान और बाजरे का कुल 9 हजार 439 करोड़ रुपये की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा कराई जा चुकी है. इनमें धान के लिए 8 हजार 545 करोड़ रुपये और बाजरे के लिए 894 करोड़ रुपये शामिल हैं.
हरियाणा में धान की खरीद पूरी- खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने बताया कि खरीफ खरीद सीजन 2024 के दौरान प्रदेश की अलग-अलग मंडियों में 46 लाख 62 हजार 244 मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है. इसमें से 44 लाख 59 हजार 364 मीट्रिक टन धान की खरीद एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर की गई है. मंडियों से धान का लगातार उठान भी किया जा रहा है. सरकार सामान्य धान के लिए 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए 2320 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है
98 प्रतिशत बाजरे की खरीद- खाद्य आपूर्ति अधिकारी के मुताबिक हरियाणा में धान के अलावा अब तक सभी मंडियों में 4 लाख 38,516 मीट्रिक टन बाजरे की आवक हुई है. जबकि 4 लाख 27 हजार 364 मीट्रिक टन बाजरा एमएसपी पर खरीदा जा चुका है, जो कि कुल आवक का लगभग 98 प्रतिशत है. हरियाणा में बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2675 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है.
तीन जिलों में सबसे अधिक खरीद हुई-विभागीय अधिकारी ने बताया कि कुरुक्षेत्र, करनाल और कैथल में सबसे ज्यादा धान की खरीद हुई है. कुरुक्षेत्र में 9 लाख 57 हजार 7, करनाल में 8 लाख 5 हजार 360 और कैथल में 7 लाख 79 हजार 382 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है. इन तीनों मंडियों में ही अब तक सबसे ज्यादा धान का उठान भी हुआ है. कुरुक्षेत्र से 8 लाख 83 हजार 705, करनाल से 7 लाख 15 हजार 380 और कैथल से 7 लाख 46 हजार 714 मीट्रिक टन धान का उठान किया जा चुका है.
किस जिले में कितनी धान की खरीद हुई
जिला | आवक | खरीद |
अंबाला | 5,32,418 मीट्रिक टन | 4,98,584 मीट्रिक टन |
यमुनानगर | 5,26,388 मीट्रिक टन | 5,01,041 मीट्रिक टन |
फतेहाबाद | 4,95,771 मीट्रिक टन | 4,51,311 मीट्रिक टन |
जींद | 1,79,879 मीट्रिक टन | 1,65,950 मीट्रिक टन |
सिरसा | 1,79,879 मीट्रिक टन | 1,30,206 मीट्रिक टन |
पंचकूला | 83,855 मीट्रिक टन | 73,146 मीट्रिक टन |