पूर्णिया: बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट पर पप्पू यादव की मौजूदगी ने लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है. पूर्णिया में त्रिकोणात्मक लड़ाई है, लेकिन पप्पू यादव मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल ने पूर्णिया लोकसभा सीट पर पूरी ताकत झोंक रखी है. राजद के 42 विधायक और आठ विधान पार्षद पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं. इससे पहले लालू प्रसाद यादव ने 1999 में पप्पू यादव को हराने के लिए एड़ी चोटी एक किया था और अब तेजस्वी यादव वहां कैम्प कर रहे हैं.
1990 में राजनीति में कदम रखा: पप्पू यादव ने 1990 में सक्रिय राजनीति में कदम रखा और साल 1991 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पूर्णिया लोकसभा सीट से जीत हासिल की. पप्पू यादव पहली बार दसवीं लोकसभा के सदस्य चुने गए. इसके बाद से पप्पू यादव सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए. पप्पू यादव अब तक 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं. उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर शुरू किया था और फिर उसके बाद समाजवादी पार्टी और राजद में रहने के बाद 2015 में अपनी पार्टी बना ली. तब से वह जन अधिकार पार्टी को धार दे रहे हैं.
1990 में विधानसभा चुनाव जीता: बता दें कि पप्पू यादव 1990 में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मधेपुरा के सिंहेश्वर सीट से विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे. ठीक 1 साल बाद 1991 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर वह पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल की. 1996 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें पूर्णिया सीट से उम्मीदवार बनाया और एक बार फिर वह सांसद बने.
लालू यादव ने 5 दिनों तक कैंप किया:1999 के लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव एक बार फिर खड़े हुए. इस बार वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. पप्पू यादव तीसरी बार सांसद चुने गए. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 5 दिनों तक कैंप किया था और पप्पू यादव को हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी लेकिन पप्पू यादव को बड़े मतों के अंतर से जीत हासिल हुई थी. हत्या के मामले में हाईकोर्ट ने उन्हें दोषी धरा दिया था और फिर उन्हें सीट छोड़ना पड़ा था.
शरद यादव को हराया:साल 2014 आते-आते पप्पू यादव और लालू यादव की करीबियां बढ़ गई और लालू प्रसाद यादव ने उन्हें फिर पार्टी में वापस बुला लिया. पप्पू यादव को मधेपुरा सीट से शरद यादव के खिलाफ उम्मीदवार बनाया गया था. मधेपुरा सीट पर पप्पू यादव ने चार बार सांसद रहे शरद यादव को 50000 वोटो के अंतर से हराया और पांचवी बार सांसद चुने गए. 2019 के लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव मधेपुरा से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
राजद के लिए सर दर्द बने पप्पू: 2024 लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव ने रणनीतियों में बदलाव करते हुए जहां से दो बार निर्दलीय उम्मीदवार जीत हासिल की थी, वही आ पहुंचे है. पप्पू यादव पूर्णिया लोकसभा सीट से भाग्य आजमा रहे हैं और राष्ट्रीय जनता दल के लिए सर दर्द बने हुए हैं. फिलहाल तेजस्वी यादव पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं और उनके 42 विधायक और आठ विधान पार्षद चप्पा चप्पा में वोटरों से संपर्क कर रहे हैं. तेजस्वी यादव का कैंप कार्यालय भी पूर्णिया है.