रांची: रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ ने रांची में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान एक ओर जहां सीजीएल परीक्षा में कदाचार रोकने के आड़ में इंटरनेट सेवा बंद करने को सरकार की नाकामी करार दिया तो वहीं दुर्गापूजा से पहले रांची के गांवों को सोलर लाइट से जगमग करने की योजना की जानकारी दी. रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बताया कि रांची लोकसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न पीएसयू से 2000 सोलर हाई मास्ट लाइट लगाए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है, बहुत जल्द ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर सोलर लाइट लगाई जाएगी.
रक्षा राज्य मंत्री का बयान (ETV BHARAT) 6 करोड़ की लागत से गांव में लगेंगी सोलर लाइट
पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि रांची लोकसभा क्षेत्र से जुड़े ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो, इस उद्देश्य के साथ उनका एक प्रयास था कि हर गांव तक सोलर लाइट पहुंचे और इस कोशिश को सफलता भी मिली है. उन्होंने बताया कि 6 करोड़ की लागत से 2000 हाई मास्ट लाइट की स्वीकृति प्रदान की गई है. एक लाइट की कीमत लगभग 30 हजार रुपये है. यह सभी लाइट 15 फीट की ऊंचाई पर लगेगी, जिसमें 30-30 वॉट के 30 लाइट लगे होंगे. रक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि इस लाइट की सबसे खासियत बात होगी कि यह सोलर से चार्जेबल और सेंसर आधारित होंगे, जो शाम में अंधेरा होते ही ऑटोमेटिक जल जाएगा और सुबह होते ही ऑफ हो जाएगा. इस प्रकाश के माध्यम से गांव का कोना-कोना जगमगाता हुआ दिखाई देगा. साथ ही हाथी प्रभावित क्षेत्रों में भी लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
इन जगहों पर सोलर लाइट लगाने की होगी प्राथमिकता
पत्रकार वार्ता के दौरान केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि इन सोलर लाइट को सरना स्थल, धूमकुडिया भवन, सामुदायिक भवन, अखड़ा, चौपाल, महत्वपूर्ण चौक चौराहा, पंचायत भवन, चबूतरा, हाथी प्रभावित क्षेत्र समेत अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सबसे पहले लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि रांची लोकसभा क्षेत्र का समुचित विकास हो, इसी सोच के साथ उनका प्रयास हमेशा जारी रहता है. यह कार्य भी उस प्रयास की एक कड़ी है.
अव्यवहारिक और दमनकारी हो गई है सरकार: संजय सेठ
राज्यभर में दो दिनों की आयोजित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवा बंद होने का मामला अब राजनीतिक छवि की ओर बढ़ता जा रहा है. इस मामले पर संजय सेठ ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार अब बिल्कुल अव्यावहारिक हो चुकी है और दमनकारी नीतियों पर चल रही है. सरकार द्वारा शारीरिक, मानसिक, आर्थिक हर रूप से झारखंडवासियों का दमन किया जा रहा है. राज्य में खुलेआम आपराधिक घटनाएं घट रही है, महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं, राजधानी रांची में छिनतई की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है, लेकिन सरकार और प्रशासन के लोग हाथ पैर हाथ धरे बैठे हैं. संजय सेठ ने दो दिनों तक इंटरनेट बंद किए जाने को अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति बताया है. उन्होंने कहा कि जेएसएससी की परीक्षा का भ्रष्टाचार और कदाचार की खबर आम जनता के बीच नहीं फैल सके, इस उद्देश्य से इंटरनेट बंद किया गया था. सरकार की हर करतूत का जवाब जनता आने वाले चुनाव में देगी.
नाकामी छुपाने के लिए सरकार ने इंटरनेट का सहारा
रांची सांसद एवं रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि अभ्यर्थी झारखंड के कोनों से अलग-अलग जिले में जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा देने गए थे. अभ्यर्थी इंटरनेट के माध्यम से टिकट बनाते हैं. स्टेशन पर उतरकर अपने परीक्षा केंद्र पर जाने के लिए GPS लोकेशन ट्रैक करते हैं, लेकिन अपनी नाकामी छुपाने के लिए राज्य सरकार द्वारा इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया, जिसके कारण सभी लोग परेशान रहे. बिजनेसमैन को व्यवसाय में क्षति पहुंची. कई ऑफिस में काम बंद हो गया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जम्मू कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद की तो उसका उद्देश्य था पत्थरबाजों पर लगाम लगाना. आज जम्मू कश्मीर में शांति है, लोग रात तक लाल चौक के पास बिना किसी भय के घूमते-फिरते हैं.
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