नई दिल्ली: इंग्लैंड क्रिकेटर्स टॉम और सैम के भाई बेन करन को जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम में पहली बार शामिल किया गया है. जिसके साथ बेन करन अपने परिवार से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले चौथे व्यक्ति बन गए हैं. बेन करन को घरेलू क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया है. बेन को अफगानिस्तान के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किए गया है.
बेन करन के भाई सैम और टॉम ने इंग्लैंड के लिए खेलते हुए काफ़ी सफलता हासिल की है. दिलचस्प बात यह है कि अपने पिता केविन के बाद वह अपने परिवार से ज़िम्बाब्वे के लिए खेलने वाले पहले व्यक्ति होंगे.
बेन करन 2022 में जिम्बाब्वे चले गए
बेन करन ने 2018 और 2022 के बीच इंग्लैंड के काउन्टी क्रिकेट क्लब नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेला था. उसके बाद वह जिम्बाब्वे चले गए, जहां उन्होंने अपना अधिकांश बचपन बिताया. वहां उन्होंने 50 ओवर और रेड-बॉल घरेलू प्रतियोगिताओं में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए.
28 वर्षीय बेन ने 45 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिसमें 4 शतक और 12 अर्धशतक के साथ 34.20 की औसत से 2429 रन बनाए. उन्होंने 36 लिस्ट ए गेम भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने 33.30 की औसत से 999 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं.
बेन करन के पिताजिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हैं
बता दें कि बेन करन, जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर केविन करन के बेटे और इंग्लैंड के खिलाड़ी टॉम और सैम करन के भाई हैं. केविन करन ने 1983 से 1987 के बीच जिम्बाब्वे के लिए 11 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने नौ विकेट लिए और दो अर्धशतकों के साथ 287 रन बनाए. उसके बाद वह इंग्लैंड चले गए और जब जिम्बाब्वे को टेस्ट दर्जा प्राप्त हुआ, तब तक उन्होंने इंग्लिश निवास के लिए अपनी 10 साल की योग्यता पूरी कर ली थी और फिर वह वापस अपने देश नहीं लौैटे. वह 2005 से 2007 तक जिम्बाब्वे टीम के कोच भी रहे.