नई दिल्ली : भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती में अपने वजन वर्ग 50 किलोग्राम की वजन सीमा से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल मैच से अयोग्य ठहराया गया. इसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) से साझा सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील की, जो खारिज हो गई और विनेश को कोई भी मेडल नहीं दिया गया.
विनेश ने जारी किया 3 पेज का बयान
अपनी याचिका खारिज होने के बाद, विनेश फोगाट ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी जीवन कहानी और कुश्ती यात्रा को याद किया और इस खेल को उच्चतम स्तर पर खेलने के लिए संघर्ष पर जोर दिया. विनेश ने पेरिस में अपने अभियान के दौरान अपने सहयोगी स्टाफ और कोचों के अटूट समर्थन के लिए उनका आभार व्यक्त किया. 29 वर्षीय खिलाड़ी को लगता है कि वह 2032 तक खेल सकती हैं, उन्होंने 2026 और 2032 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का संकेत दिया.
चाचा महावीर फोगाट को भूलीं पहलवान
विनेश फोगाट के बयान को काफी प्रशंसा मिली, लेकिन उनके बहनोई और गीता फोगाट के पति पवन कुमार सरोहा थोड़े नाखुश हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि विनेश एक महत्वपूर्ण व्यक्ति का जिक्र करने से चूक गईं. पवन सरोहा ने विनेश फोगाट को उनके कुश्ती करियर में उनके ताऊ महावीर फोगाट के योगदान की याद दिलाई.