देहरादून: उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स का शुभारंभ हो चुका है. धर्मनगरी हरिद्वार में कबड्डी का रोमांच शुरू हुआ. लेकिन उत्तराखंड के लिए शुरुवात अच्छी नहीं रही. पहला मैच महिला वर्ग में उत्तराखंड व हरियाणा की टीम के बीच हुआ वहीं, पुरुष वर्ग में उत्तराखंड व राजस्थान के बीच मुकाबला हुआ. दोनों ही वर्गों में उत्तराखंड की टीम को हार का सामना करना पड़ा.
हरिद्वार की डीएसओ शबाली ने बताया की आज से हरिद्वार में 38 नेशनल गेम्स की शुरुआत हो गई है जिसमें सबसे पहले हरिद्वार में कबड्डी की शुरुआत हुई है. जिसमें उत्तराखंड की टीम महिला और पुरुष दोनों ही टीम में हार गई है. महिला वर्ग के मैच में हरियाणा ने 45 प्वाइंट हासिल किए वही उत्तराखंड के 28 प्वाइंट ही रहे, जबकि पुरुष टीम में राजस्थान के 48 प्वाइंट रहे तोह उत्तराखंड के 35 ही प्वाइंट रहे. फिलहाल अभी कई मैच बच्चे हुए है.
38वें नेशनल गेम्स पदक तालिका (national games website)
कबड्डी के बाकी मैच
महिला वर्ग के मैच 2- कर्नाटक बनाम वेस्ट बंगाल 3- हिमाचल प्रदेश बनाम पंजाब 4- महाराष्ट्र बनाम राजस्थान
पुरुष वर्ग के मैच 2- उत्तर प्रदेश बनाम कर्नाटक 3- हरियाणा बनाम सर्विसिस 4- महाराष्ट्र बनाम चंडीगढ़
ज्योति वर्मा (Etv Bharat)
उत्तराखंड ने पदक तालिका में अपना खाता खोला बता दें कि 38वं नेशनल गेम्स में उत्तराखंड ने पदक तालिका में अपना खाता खोल लिया है. वुशु (Taolu Score) के रेगुलर इवेंट चांगक्वान फीमेल (CHANGQUAN Female) प्रतियोगिता में मणिपुर की टोंगब्राम साया चानू (Tongbram Saya Chanu) ने 8.82 प्वाइंट के साथ गोल्ड मेडल जीता. जबकि, दूसरे स्थान पर मणिपुर की ही खेइदेम पंथोई देवी (Kheidem Panthoi Devi) ने 8.10 प्वाइंट के साथ सिल्वर मेडल जीता. वहीं, उत्तराखंड की ज्योति वर्मा ने 7.24 प्वाइंट के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है.
ज्योति वर्मा उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत हैं उत्तराखंड के बागेश्वर की रहने वाली ज्योति वर्मा उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत हैं. वो लंबे समय से अपने कोच अंजना रानी के साथ वुशु की ट्रेनिंग ले रही हैं. हाल ही में सितंबर 2024 में हुई वर्ल्ड सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में ज्योति वर्मा ने गोल्ड मेडल जीता था तो वहीं पिछले गोवा नेशनल गेम्स में भी ज्योति वर्मा ने भाग लिया था. अब नेशनल गेम्स में बॉन्ज मेडल जीता है. मेडल टेबल में पहली एंट्री होने के बाद उत्तराखंड की वुशु टीम में खुशी का माहौल है.