हैदराबाद:भारत जैसे देश में जहां क्रिकेट एक धर्म के तौर पर खेला जाता है, वहां अन्य खेलों को बहुत ही कम प्रेम मिलता है. हालाँकि, क्रिकेट के बाद हॉकी एक ऐसा खेल है जिसने हाल के दिनों में कुछ प्रसिद्धि प्राप्त की है और इसे भारत में राष्ट्रीय खेल के रूप में तो मान्यता प्राप्त है, लेकिन खेल मंत्रालय द्वारा आधिकारिक तौर पर इस खेल को राष्ट्रीय खेल का दर्जा नहीं दिया गया है.
दुनिया भर में हॉकी का खेल कई तरह से खेला जाता है, लेकिन फील्ड हॉकी और आइस हॉकी इस के दो सबसे लोकप्रिय खेल हैं. फील्ड हॉकी भारत समेत अधिकांश देशों में खेली जाती है लेकिन आइस हॉकी ज्यादातर कनाडा, यूएसए और यूरोपीय देशों में खेली जाती है. हैरान करने वाली बात यह है कि आइस हॉकी के खिलाड़ी फील्ड हॉकी के खिलाड़ियों से ज्यादा अमीर होते हैं. इसलिए, हम इस स्टोरी में पाँच अमीर आइस हॉकी खिलाड़ियों पर एक नज़र डालें.
1- वेन ग्रेट्जकी: महान खिलाड़ी के रूप में मशहूर कनाडाई वेन ग्रेट्ज़की को नेशनल हॉकी लीग के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है. उन्होंने दो दशकों तक पेशेवर रूप से खेला और 1999 में सेवानिवृत्त हुए. उन्होंने आइस हॉकी की प्रतिष्ठित ट्रॉफी स्टेनली कप को 4 बार (1984, 1985, 1987, 1988) जीता. उनकी कुल संपत्ति 2 हज़ार करोड़ रुपये है. इस खिलाड़ी की संपत्ति भारत के महान क्रिकेटर विराट कोहली से भी ज्यादा है.
2- मारियो लेमियक्स: पूर्व कनाडाई आइस हॉकी खिलाड़ी मारियो लेमियक्स एक कनाडाई हॉकी आइकन हैं. मारियो ने अपने 17 साल के करियर में पिट्सबर्ग पेंगुइन के लिए खेला. इस दौरान उन्होंने कई रिकॉर्ड भी बनाए. उनकी कुल संपत्ति $200 मिलियन डॉलर (1 हज़ार करोड़ रुपये) है. जबकि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन एम एस धोनी की कुल संपत्ति 94 करोड़ रुपये है.
3- अलेक्जेंडर ओवेच्किन: अलेक्जेंडर मिखाइलोविच या ओवेच्किन एक रूसी आइस हॉकी खिलाड़ी है. वह नैशनल हॉकी लीग में वाशिंगटन कैपिटल्स टीम के कप्तान भी हैं. उन्हें 'द ग्रेट 8' के निकनेम से भी जाना जाता है. ओवेच्किन अब तक के सबसे महान आइस हॉकी खिलाड़ियों में से एक हैं. उनकी कुल संपत्ति $80 मिलियन (686 करोड़ रुपये) है.