जानें क्या है टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में बना सबसे बड़ा और सबसे छोटा टोटल ? - T20 WORLD CUP 2024 FINAL
T20 World Cup History : टी20 वर्ल्ड कप 2024 में आज अफ्रीका और भारत के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. भारतीय फैंस को इस मौके का बेसब्री से इंतजार है. आज जिस पिच पर मैच खेला जाएगा वह गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों के लिए मददगार है. मैच से पहले जानिए टी20 फाइनल के इतिहास का सबसे कम और बड़ा स्कोर...
नई दिल्ली :टी20 वर्ल्ड कप 2024 में आज भारत और अफ्रीका के बीच आज महा मुकाबला खेला जाएगा. इस महामुकाबले के लिए फैंस का जुनून सातवें आसमान पर है. अफ्रीका अगर आज यह मुकाबला जीतती है तो वह वर्ल्ड इतिहास की पहली ट्रॉफी अपने नाम करेगी, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने अब तक वर्ल्ड कप के इतिहास में टी20I और वनडे कोई भी फाइनल नहीं जीता है. वहीं, भारतीय टीम ने भी टी20 वर्ल्ड कप के पहले सीजन में ट्रॉफी अपने नाम की थी उसके बाद से भारत का टी20 वर्ल्ड का कैबिनेट खाली है.
आज होने वाले मैच में फैंस को हाईस्कोर होने की उम्मीद है. हालांकि, बारबाडोस की पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के लिए समान मदद करने वाली है, ऐसे में जिस भी टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी युनिट कमाल का खेल दिखाएगी वह इस ट्रॉफी को जीतने की हकदार होगी. आज जानिए टी20 वर्ल्ड में फाइनल के इतिहास का सबसे बडा और छोटा स्कोर का रिकॉर्ड किसके नाम है.
टी20 वर्ल्ड कप फाइनल का सबसे छोटा स्कोर टी 20 वर्ल्ड कप फाइनल के इतिहास का सबसे छोटा स्कोर श्रीलंका के नाम है. 7 अक्टूबर 2012 को वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया. कोलंबों में हुए इस मुकाबले में वेस्टइंडीज ने श्रीलंका को 137 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में श्रीलंका अपने घरेलू मैदान पर ही 101 पर ढेर हो गई थी और वेस्टइंडीज इस मुकाबले को जीतकर पहली बार चैंपियन बनी थी. इस तरह श्रीलंका के नाम टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के इतिहास का सबसे छोटा स्कोर दर्ज किया.
टी20 वर्ल्ड कप फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर ऑस्ट्रेलिया के नाम है, जो 2021 के फाइनल में उसने न्यूजीलैंड को हराकर बनाया था. यह फाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच कोलंबो में खेला गया था. इस मैच में कीवी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट खोकर 172 का स्कोर बनाया जिसके जवाब में कंगारुओं ने 2 विकेट खोकर आसानी से 173 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के नाम लक्ष्य का पीछा करते हुए वर्ल्ड कप फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर का रिकॉर्ड है.