नई दिल्ली :मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व कोच स्टेनली रोजारियो और नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के मौजूदा सहायक कोच नौसाद मूसा उन भारतीयों में शामिल हैं, जिन्होंने इगोर स्टिमैक की बर्खास्तगी के बाद खाली हुए राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया है.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को दुनिया भर से कुल 291 आवेदन प्राप्त हुए. इनमें से 100 आवेदकों के नाम के आगे यूईएफए प्रो लाइसेंस डिप्लोमा है, जबकि 20 एएफसी प्रो लाइसेंस डिप्लोमा धारक हैं. 3 के पास कॉनमेबोल (दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल परिसंघ) लाइसेंस हैं. रोजारियो और मूसा एएफसी प्रो लाइसेंस डिप्लोमा धारकों में शामिल हैं.
मोहन बागान सुपर जायंट को 2023-24 आईएसएल लीग शील्ड में पहुंचाने वाले एंटोनियो लोपेज हबास ने भी आवेदन किया है. एआईएफएफ के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर पीटीआई को बताया, 'स्टेनली रोजारियो और नौसाद मूसा उन भारतीयों में शामिल हैं जिन्होंने आवेदन किया है और जिनके पास एएफसी प्रो लाइसेंस है. एंटोनियो हबास ने भी आवेदन किया है'.
64 वर्षीय रोजारियो ने 2006-2008 तक बॉब ह्यूटन के तहत राष्ट्रीय टीम के सहायक कोच के रूप में काम करने से पहले भारतीय सेना के साथ अपने कोचिंग करियर की शुरुआत की. वह ईस्ट बंगाल (2008-2009) और मोहन बागान (2010-2011) में शीर्ष पर थे. वह 2019 से 2021 तक और 2022 में कुछ महीनों के लिए आई-लीग में आइजोल एफसी के साथ थे.
52 वर्षीय मूसा, भारत के पूर्व खिलाड़ी, आई-लीग में एयर इंडिया के पूर्व कोच हैं. उन्हें 2021 में बेंगलुरु एफसी का अंतरिम मुख्य कोच बनाया गया था और वर्तमान में वह आईएसएल की टीम नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के सहायक कोच हैं.