नई दिल्ली:क्रिकेट की दुनिया में इस वक्त भारतीय गेंदबाजों का दबदबा है. भारतीय टीम के गेंदबाजों से दुनिया भर के बल्लेबाज डरते हैं. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब भारतीय गेंदबाज बल्लेबाजों के सामने बेबस नजर आते थे. इंग्लैंड के एक बल्लेबाज ने एक ही टेस्ट में 456 रन बनाए थे. टेस्ट क्रिकेट में हमने कई पारियां देखी हैं, कुछ दोहरे शतक वाली तो कुछ तिहरे शतक वाली, लेकिन 34 साल से इस क्रिकेटर का एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया. जिसे आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है. यह किसी टेस्ट मैच का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर भी बना है.
पहले टेस्ट में आउट सस्ते में हुए आउट
क्रिकेट की दुनिया में ऐसे कई दिग्गज हुए हैं, जिनके करियर की शुरुआत भले ही खराब रही हो, लेकिन बाद में उन्होंने अपने प्रदर्शन से विश्व क्रिकेट पर राज किया. ऐसे ही एक महान क्रिकेटर इंग्लैंड के ग्राहम गूच है. इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए खेलने से पहले गूच ने एसेक्स के लिए क्रिकेट खेला. 1975 में ग्राहम गूच इंग्लैंड टेस्ट टीम में शामिल हुए और अपना पहला टेस्ट मैच 1975 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बर्मिंघम में खेला.
गूच ने पहले टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और दोनों पारियों में बिना कोई रन बनाए आउट हो गए. इस इंग्लिश बल्लेबाज को इस तरह आउट करने के बाद किसी ने नहीं सोचा होगा कि यही क्रिकेटर इंग्लिश क्रिकेट की काया पलट देगा. गूच जहां अपने पहले टेस्ट मैच में बिना कोई रन बनाए आउट हो गए, वहीं लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर वह तिहरा शतक लगाने में भी कामयाब रहे. गूच लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर हैं.
लॉर्ड्स में खेली गई ऐतिहासिक पारी
ग्राहम गूच ने 1990 में लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के खिलाफ 333 रनों की शानदार पारी खेली थी. जिसे आज भी याद किया जाता है. गूच की पारी लॉर्ड्स में किसी भी बल्लेबाज द्वारा खेली गई सबसे लंबी पारी है. अपनी यादगार पारी में गूच ने 485 गेंदों का सामना किया और 43 चौके लगाए. इसके अलावा इंग्लैंड के इस दिग्गज खिलाड़ी ने 3 छक्के भी लगाए. गूच ने इसी टेस्ट की दूसरी पारी में भी शतक लगाया और 123 रन बनाकर आउट हुए. यानी गूच ने एक टेस्ट मैच में कुल 456 रन बनाकर सभी को चौंका दिया. जो आज भी एक टेस्ट में सर्वाधिक व्यक्तिगत रनों का रिकॉर्ड है.