नई दिल्ली : दो बार के कॉमनवेल्थ चैंपियन और भारतीय कुश्ती महासंघ के पहले राजदूत संग्राम सिंह मिक्स्ड मार्शल आर्ट (MMA) की दुनिया में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय पुरुष पहलवान के रूप में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं. सिंह 21 सितंबर को जॉर्जिया के त्बिलिसी में गामा इंटरनेशनल फाइटिंग चैंपियनशिप में अपने MMA डेब्यू में पाकिस्तानी फाइटर अली रजा नासिर का सामना करेंगे. अली रजा नासिर के खिलाफ उनका आगामी मिक्स्ड मार्शल आर्ट डेब्यू एक एथलीट के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है.
मिक्स्ड मार्शल आर्ट ट्रैंडिंग खेल
संग्राम सिंह ने अपने करियर के इस नए अध्याय और भारत में युवा एथलीटों को प्रेरित करने की अपनी इच्छा के बारे में बताया. उन्होंने कहा, 'मैं कुछ अलग करना चाहता हूं और अपने सभी युवा दोस्तों को प्रेरित करना चाहता हूं. मिक्स्ड मार्शल आर्ट एक ट्रेंडिंग खेल है क्योंकि भारत में अधिकांश युवा फुटबॉल और मिक्स्ड मार्शल आर्ट जैसे खेलों की ओर आकर्षित होते हैं.
उन्होंने आगे कहा, हो सकता है कि मिक्स्ड मार्शल आर्ट के माध्यम से मेरी वापसी कई लोगों को मिक्स्ड मार्शल आर्ट जैसे लड़ाकू खेलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करे. मेरी वापसी उन सभी बच्चों के लिए है जो खिलाड़ी बनने का सपना देखते हैं. अगर मैं किसी भी तरह से उनकी मदद कर सकता हूं, तो यह मेरी जीत होगी.
हरियाणा से शुरू हुई थी उनकी यात्रा
सिंह की कुश्ती की यात्रा हरियाणा के उनके गाँव में शुरू हुई, जहाँ उन्हें अपने बड़े भाई से प्रेरणा मिली, जो मिट्टी के पहलवान थे. संग्राम ने बताया, मैंने हरियाणा के अपने गांव से कुश्ती की शुरुआत की. अपने शुरुआती दिनों में, मैं गांव के आसपास कुछ पहलवानों को 'मिट्टी कुश्ती' करते देखता था, इसलिए मैंने खुद को एक पहलवान के रूप में कल्पना की.