सिडनी: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का पहला मैच हारने के बाद वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आखिरी टेस्ट जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से अपने नाम कर ली है. भारत के 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के पीछे कई वजहें हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह शायद बल्लेबाजी की नाकामी है. पर्थ में शतक लगाने के बावजूद विराट कोहली का बल्ला पूरी सीरीज में खामोश रहा. रोहित शर्मा खराब फॉर्म के चलते सिडनी टेस्ट से हट गए थे.
रोहित-विराट का टेस्ट भविष्य पर गौतम गंभीर ने बोली बड़ी बात
खराब फॉर्म की वजह से कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट करियर को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर का कहना है कि उन्हें भरोसा है कि ये दोनों खिलाड़ी जो भी फैसला करेंगे, वह भारतीय क्रिकेट के हित में ही होगा.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कोच ने कहा, 'मैं किसी भी क्रिकेटर के भविष्य के बारे में बात करने के पक्ष में नहीं हूं, यह पूरी तरह से उनका (रोहित और कोहली का) मामला है. लेकिन मैं इतना जरूर कहूंगा कि उनके अंदर अभी भी खेल के प्रति जुनून और भूख है, मुझे भरोसा है कि वे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे, वो जो भी फैसला लेंगे उसमें भारतीय क्रिकेट को ध्यान में रखेंगे.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित-विराट का प्रदर्शन
इस सीरीज में विराट कोहली ने 5 टेस्ट मैचों में सिर्फ 190 रन बनाए और 8 बार ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंद पर आउट हुए. वहीं, रोहित शर्मा ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पर्थ टेस्ट नहीं खेला. इसके बाद उन्होंने 3 टेस्ट में सिर्फ 31 रन बनाए और खराब फॉर्म के कारण सिडनी टेस्ट से खुद को अलग कर लिया. सिडनी टेस्ट में भारत 6 विकेट से हारा और इसके साथ ही 2025 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया.