नई दिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के शुरू होने में अब सिर्फ 20 दिन का समय बचा हुआ है. लेकिन, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के लिए मुसिबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. 19 फरवरी को मेजबान पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच कराची में ओपनिंग मैच खेला जाना है, जबकि स्टेडियमों में चल रहा काम अभी पूरा नहीं हुआ है.
रेनोवेशन कार्य समय से पूरा होना असंभव अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पीसीबी के लिए समय सीमा तक तीनों स्टेडियमों में चल रहे रेनोलेशन के कार्य को पूरा करना असंभव है, जिससे आगामी आईसीसी टूर्नामेंट के लिए उनकी तैयारियों को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं. 2017 के बाद पहली बार खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में दुनिया की शीर्ष 8 वनडे टीमें हिस्सा लेंगी.
पाकिस्तान के अखबार दैनिक डॉन के अनुसार, 'समय सीमा के भीतर नवीनीकरण कार्य पूरा होने की कल्पना करना बिल्कुल असंभव लगता है, लेकिन जिन कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं'.
31 जनवरी है समयसीमा कराची, लाहौर और रावलपिंडी तीन ऐसे स्थान हैं, जहां चैंपियंस ट्रॉफी के मैच खेले जाएंगे. भारतीय टीम हाइब्रिड मॉडल के तहत अपने सभी मुकाबले दुबई में खेलेगी. पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने मंगलवार को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण किया और जोर देकर कहा कि बोर्ड 31 जनवरी की समयसीमा तक पुनर्निर्मित स्थलों का नियंत्रण हासिल कर लेगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने निर्माण कार्य पर नजर रखने वाले एक सूत्र के हवाले से कहा, 'देखिए, स्टेडियम मैचों की मेजबानी करने के लिए तैयार हो जाएंगे, लेकिन सवाल यह है कि पीसीबी ने त्रिकोणीय सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इन पुनर्निर्मित स्थलों पर सभी को विश्व स्तरीय अनुभव देने का वादा किया है और क्या वे उस वादे को पूरा कर पाएंगे, यह देखना अभी बाकी है'.
चैंपियंस ट्रॉफी के टिकट बिके पीसीबी ने लाहौर, कराची और रावलपिंडी में तीनों स्टेडियम के रेनोवेशन कार्य पर लगभग 12 बिलियन पाकिस्तानी रुपये खर्च किए हैं. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टिकटें पहले ही बिक चुकी हैं, लेकिन जब तक पीसीबी यह घोषणा नहीं कर देता कि नए स्टेडियम पूरी तरह से तैयार हो गए हैं, तब तक चिंता बनी रहेगी.