नई दिल्ली : महिंद्रा समूह के चेयरमैन मशहूर बिसनेसमैन आनंद महिंद्रा ने सरकार और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों के महत्वपूर्ण प्रयासों के बावजूद पेरिस ओलंपिक खेलों में विश्व स्तरीय प्रतिभाओं को तैयार करने में भारत की विफलता पर चिंता व्यक्त की है. पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत मेडल टैली में 71वें स्थान पर रहा, जो टोक्यो ओलंपिक 2020 से भी नीचे था.
महिंद्रा ने खराब प्रदर्शन पर उठाए सवाल
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने X पर अपने नए पोस्ट में, सवाल उठाया है कि सरकार और निजी दोनों क्षेत्रों के महत्वपूर्ण प्रयासों के बावजूद भारत ओलंपिक खेलों में विश्व स्तरीय प्रतिभाओं को तैयार करने में क्यों विफल हो रहा है. उन्होंने कहा, 'मुझे स्वीकार करना चाहिए कि मेरे पास सोचने के लिए कुछ नहीं है और मैं भ्रमित हूं'.
पेरिस ओलंपिक में भारत पदक तालिका में 71वें स्थान पर रहा, जो टोक्यो 2020 ओलंपिक से भी कम है, जहां यह 48वें स्थान पर था. इन खेलों में भारत, पाकिस्तान से भी नीचे रहा, जिसने 62वें स्थान पर खत्म किया क्योंकि उसके स्टार जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने 1 गोल्ड मेडल जीता.
सरकार का किया बचाव
महिंद्रा ने कहा कि सरकार ने स्पष्ट रूप से काफी पैसा खर्च किया है, और जीतने के लिए प्रोत्साहन भरपूर हैं - राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में खेल के बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में नाटकीय रूप से सुधार हुआ है.