नई दिल्ली: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने दोहा में कतर को दिए गए महत्वपूर्ण विश्व कप क्वालीफाइंग मैच में विवादास्पद गोल की जांच की मांग की है. एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने बुधवार को संबंधित अधिकारियों से 'अन्याय को दूर करने' का आग्रह किया. एआईएफएफ प्रमुख ने कहा कि भारतीय बोर्ड ने उस गोल के बारे में गहन जांच का अनुरोध किया है, जिसे दक्षिण कोरियाई रेफरी किम वू-सुंग ने स्वीकार कर लिया था, जबकि मंगलवार को जसीम बिन हमद स्टेडियम में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था. इस गोल ने व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया, क्योंकि इसने भारतीयों को 2026 संस्करण के लिए फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में से वंचित कर दिया.
चौबे ने एक बयान में कहा, 'जीत और हार खेल का अभिन्न अंग हैं, हमने इसे विनम्रता से स्वीकार करना सीख लिया है, हालांकि कल रात भारत के खिलाफ किए गए दो गोलों में से एक ने कुछ सवालों के जवाब नहीं दिए. हमने फीफा क्वालीफायर के प्रमुख, एएफसी रेफरी के प्रमुख और मैच कमिश्नर को गंभीर तौर पर इसके बारे में लिखा है, जिसके कारण हमें फीफा विश्व कप क्वालीफायर राउंड 3 में जगह नहीं मिल पाई. इसकी गंभीरता को देखते हुए, हम संबंधित अधिकारियों से गहन जांच की मांग करते हैं. हमने उनसे अन्याय को दूर करने के लिए का आग्रह किया है और हमें विश्वास है कि फीफा और एएफसी आवश्यक कदम उठाएंगे'.