हैदराबाद: सप्त चिरंजीवी हनुमान जी की जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को हनुमान जी का अवतरण हुआ था. Hanuman jayanti के दिन जो भक्त श्रद्धा-विश्वास के साथ हनुमान जी के आराध्य भगवान Sri Ram और उनकी पूजा व व्रत रखते हैं उनके जीवन के सारे संकट और दुख दूर हो जाते हैं. परम राम भक्त श्री हनुमान जी के जन्म को लेकर कई मान्यताएं हैं. मान्यताओं के अनुसार उनका जन्म उत्तर भारत में हुआ, तो वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार उनका जन्म दक्षिण भारत में हुआ था.
एक प्रचलित मान्यता के अनुसार Hanuman Ji का जन्म झारखंड गुमला के आंजन पर्वत पर हुआ था. हनुमान जी की माता का नाम अंजनी था, इस कारण से इस स्थान का नाम आंजन धाम पड़ा. आंजन धाम की पहाड़ी पर स्थित मंदिर में Hanuman जी, माता अंजनी की गोद में बाल स्वरूप में विराजमान हैं. यूं तो मंगलवार, शनिवार और अन्य दिनों में यहां श्रद्धालु पहुंचते रहते हैं लेकिन Hanuman jayanti के दिन इस स्थान पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
इस स्थान के बारे में जानकारी रखने वाले बृजेश पाठक ने बताया कि हिंदू धर्म में बहुत से लोगों को ये मानना है कि झारखंड के गुमला से 21 किलोमीटर दूर आंजन धाम वही स्थान है, जहां भगवान शिव के एकादश रुद्र अवतार Hanuman Ji का जन्म हुआ था. यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां Hanuman Ji माता अंजनी की गोद में बाल स्वरूप में विराजमान है. बृजेश पाठक ने बताया कि माता अंजनी के नाम से ही इस धाम का नाम आंजन पड़ा और इसे आंजनेय के नाम से भी जाना जाता है.