हैदराबाद: आज 17 अप्रैल बुधवार के दिन चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष नवमी तिथि है. माता सरस्वती इस तिथि की शासक है. दुश्मनों और प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ योजना बनाने के लिए अच्छा दिन है. किसी भी शुभ समारोह और यात्राओं के लिए अशुभ मानी जाती है. आज राम नवमी है, भगवान राम की पूजा करें. आज स्वामीनारायण जयंती भी है. साथ ही चैत्र नवरात्रि का आखिरी दिन है. नवमी तिथि दोपहर 03.13 बजे तक है.
chaitra navratri के आखिरी दिन महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है. Maa siddhidatri के मंदिर देवपहाड़ी छत्तीसगढ़, वाराणसी और मध्य प्रदेश के सतना व सागर जिले में स्थित हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से अणिमा, महिमा, गरीमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व आठ सिद्धियों की प्राप्ति होती है और आलस्य, असंतोष, ईर्ष्या, राग-द्वेष आदि से छुटकारा मिलता है. Maha Navami के दिन मां सिद्धिदात्री के 108 नामों का जाप करते हुए हवन करें और हवन के बाद नौ कन्याओं को घर बुलाकर उनकी पूजा करें. कन्याओं को भोजन कराकर दक्षिणा और भेंट दें.
इस नक्षत्र में शुभ कार्यों से बचें : आज के दिन चंद्रमा कर्क राशि और अश्लेषा नक्षत्र में रहेगा. कर्क राशि में अश्लेषा नक्षत्र का विस्तार 16:40 से 30 डिग्री तक है. इसके देवता सर्प हैं और नक्षत्र स्वामी बुध है. इस नक्षत्र को अच्छा नहीं माना जाता है. किसी भी तरह का शुभ कार्य करने से इस नक्षत्र में बचना चाहिए. हालांकि युद्ध में सफलता की तैयारी, तांत्रिक कार्य, कारावास या अलगाव से जुड़े कार्य, विनाश के कार्य और वरिष्ठों के साथ गठबंधन तोड़ने के लिए इस नक्षत्र में कार्य किए जा सकते हैं.