हैदराबाद :भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना शुरू हो चुका है. यूं तो पूरा सावन ही भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है परंतु सावन के सोमवार का अपना अलग ही महत्व है. आज इस साल के श्रावण मास का पहला सोमवार है. भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों से जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. भगवान शिव मात्र एक लोटा जल और बेलपत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं.
ऐसे करें भगवान भोलेनाथ का पूजन : सावन सोमवार के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें, संभव हो तो हरे वस्त्र धारण करें. उसके बाद किसी शिव मंदिर में जाकर नंदी को प्रणाम कर भगवान भोलेनाथ का पूजन करें. उनका जलाभिषेक करें, बिल्वपत्र चढ़ाएं. यदि संभव हो तो भगवान भोलेनाथ को पांच मौसमी फल और मीठे का भोग लगाएं. वहीं बैठकर भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें जैसे कि महामृत्युंजय मंत्र, शिव चालीसा, रुद्राष्टकम, शिवाष्टक स्तोत्र का पाठ करें.
पहले सोमवार में 3 शुभ मुहूर्त: धर्माचार्यों के अनुसार 22 जुलाई सोमवार के दिन दोपहर 12 बजे से 12:55 बजे तक, दोपहर 12:46 से 2:13 बजे तक, शाम 07:17 बजे से 7:37 बजे तक भगवान शिव की पूजा अर्चना का शुभ मुहूर्त है. इस दौरान आप भगवान शिव की पूजा अर्चना कर सकते हैं. इन मुहूर्त में पूजा करने से आप परभगवान शिव की अपार कृपा बरसेगी.इसलिए सभी हिंदू धर्मावलंबी को सावन सोमवार के इन मुहूर्त में भगवान शिव का यथासंभव पंचोपचार पूजन या रुद्राभिषेक करें या कम से कम एक लोटा जल से जलाभिषेक करें और बिल्वपत्र अवश्य ही चढ़ाएं.