वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एफबीआई उम्मीदवार कश्यप 'काश' पटेल ने सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी के समक्ष अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान गुरुवार को अपने माता-पिता का परिचय कराते हुए उन्हें 'जय श्री कृष्ण' कहकर अभिवादन किया.
एक वायरल में भारतीय मूल के 44 वर्षीय वकील को सुनवाई से पहले अपने माता-पिता के पैर छूने के लिए झुकते हुए भी देखा जा सकता है. काश पटेल ने अपनी सुनवाई के लिए भारत से इतनी दूर यात्रा करने के लिए अपने परिवार का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता और अपनी मां अंजना का स्वागत करना चाहता हूं जो आज यहां बैठे हैं. वे भारत से यहां आने के लिए यात्रा करके आए हैं. मेरी बहन भी यहां हैं. वह भी आज मेरे साथ रहने के लिए समुद्र पार करके आई हैं. आप लोगों का यहां होना मेरे लिए बहुत मायने रखता है. जय श्री कृष्ण...
अमेरिकी सीनेट की पुष्टि सुनवाई में क्या हुआ: सीनेटर लिंडसे ग्राहम के इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या उन्हें कभी नस्लवाद का सामना करना पड़ा है, पटेल ने सांसदों से कहा कि बचपन में उन्हें वास्तव में नस्लवाद का सामना करना पड़ा था. सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, सीनेटर, हां... मैं यहां अपने परिवार के साथ उन विवरणों में नहीं जाना चाहता.
उन्होंने कहा कि नस्लवाद के कारण मुझे घृणित कहा गया. पटेल ने कहा अगर मैं इसे ठीक से नहीं समझ पाया तो मैं माफी मांगूंगा, लेकिन यह रिकॉर्ड में है, मुझसे कहा गया कि एक काले आदमी को इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. और मुझे वापस चला जाना चाहिए. मुझसे कहा गया कि आप अपने आतंकवादी दोस्तों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अभी जो कहा वह उसका सिर्फ एक अंश है जो मैंने झेला और जो हजारों-लाखों लोग हर दिन झेलते हैं.
कौन हैं काश पटेल: 1980 में गुजराती माता-पिता के यहां न्यूयॉर्क में जन्मे काश पटेल पूर्वी अफ्रीका में पले-बढ़े. उन्होंने लॉन्ग आइलैंड के गार्डन सिटी हाई स्कूल से स्नातक किया.