इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कट्टरपंथियों की भीड़ का आतंक सामने आया है. इतना ही नहीं ईशनिंदा के निर्णय से नाराज सैकड़ों कट्टरपंथी सुप्रीम कोर्ट में ही घुसने लगे. इसके अलावा इनके द्वारा पाकिस्तान मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा के सिर पर ही 1 करोड़ रुपए का इनाम रख दिया गया.
बता दें कि न्यायाधीश ने एक अहमदिया व्यक्ति सानी को ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था, इसको लेकर कट्टरपंथियों में आक्रोश था. कट्टरपंथियों ने मुख्य न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग की. हालांकि हालात को देखते हुए पानी की बौछार किए जाने के साथ उनपर लाठीचार्ज किया.
पिछले साल पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए काजी फैज ईसा ने फरवरी 2024 में सजा पर लगा दी थी. इसके बाद इसी मामले की सुनवाई करते हुए 29 मई को फैसला सुरक्षित रख लिया था. हालांकि उनकी पीठ में न्यायाधीश इरफान सआदत खान और न्यायाधीश नईम अख्तर अफगान भी शामिल थे.
पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन इस वजह से और ज्यादा तेज हो गए, जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब सरकार की याचिका को स्वीकार कर लिया. इस पर इस्लामी संगठनों ने भी याचिका दायर करते हुए सुप्रीम कोर्ट से अपने निर्णय की समीक्षा करने की मांग की थी.
इसको लेकर कट्टरपंथियों में आक्रोश इतना ज्यादा था कि वह इस्लामाबाद के सबसे सुरक्षित माने जाने नाले रेड जोन की सुरक्षा को भी तोड़ दिया. इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर हमला कर दिया. पाकिस्तान के कट्टरपंथी इस्लामी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के द्वारा पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश ईसा के सिर पर एक करोड़ का इनाम घोषित किया गया है. इस बारे में टीएलपी नेता पीर जहीरुल हसन शाह ने ये ईनाम घोषित किया. उसने अपने बयान में कहा कि टीएलपी को छोड़िए, एक मोमिन और प्रोफेट मोहम्मद का गुलाम होने के तौर पर, मैं अपनी हैसियत से घोषणा करता हूं कि जो फैज ईसा का सिर कलम करेगा, उसे मैं एक करोड़ रुपए दूंगा.
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