जेरूसलम: इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के बीच इजराइली वायुसेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के हथियारों के कारखाने पर बड़ा हमला किया है. कहा जा रहा है कि हथियार तस्करी के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया. ये हमला लेबनान-सीरिया सीमा पर भी किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इजराइली सुरक्षा बलों ने हथियारों के भंडारों को निशाना बनाया. उन जगहों पर अधिक बमबारी की गई जहां से हथियारों की तस्करी की जा रही थी. इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम भले ही हो गया हो लेकिन इजराइल ऐसे किसी गतिविधि को बख्शने के मूड में नहीं है जिससे उसे खतरा है. रिपोर्ट के अनुसार इजराइली सेना ने बेका घाटी में हमास लड़ाकों के ठिकानों पर भी बमबारी की.
आईडीएफ (इजराइल रक्षा बलों) ने बताया कि इजराइल वायु सेना के लड़ाकू जेट विमानों ने लेबनान के बेका क्षेत्र में हिज्बुल्लाह आतंकवादी संगठन के ठिकानों पर रात के समय हमला किया. इसके बारे में आईडीएफ ने कहा कि यह इजराइली घरेलू मोर्चे और उसके बलों के लिए खतरा था.
जिन लक्ष्यों पर हमला किया गया उनमें हथियारों के बनाने के लिए भूमिगत कारखाना वाला एक सैन्य स्थल और सीरिया-लेबनान सीमा पर पारगमन अवसंरचना शामिल थी. इसके माध्यम से लड़ाका संगठन हिजबुल्लाह हथियारों को इधर से उधर करने का प्रयास करता है.
इसके अलावा, आईडीएफ ने कहा कि हिजबुल्लाह का ड्रोन जो गुरुवार को इजरायल की ओर बढ़ा था और जिसे वायुसेना ने रोक दिया था, वह इजरायल और लेबनान के बीच हुए समझौतों का उल्लंघन है.
बता दें कि सात अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था. उस दौरान सैकड़ो लोग मारे गए थे. करीब दो सौ इजराइलियों को बंधक बना लिया गया था जिसमें अमेरिका समेत अन्य देशों के नागरिक थे. सात अक्टूबर के हमले के बाद लगातार युद्ध चलता रहा.
बीच में कुछ एक दिनों के लिए युद्धविमार हुआ. उस दौरान कुछ इजराईल बंधकों की रिहाई भी हुई. अब हाल में अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद हमास और इजराइल में युद्धविमार हुआ. इसके बाद बंधकों की रिहाई का क्रम भी शुरू हुआ.