नई दिल्ली: अमेरिका में भारत की पूर्व राजदूत मीरा शंकर का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार की तत्काल आवश्यकता है ताकि इसे समकालीन वास्तविकताओं का अधिक प्रतिनिधि और अधिक प्रभावी बनाया जा सके.
ईटीवी भारत से विशेष साक्षात्कार में पूर्व राजनयिक मीरा शंकर ने कहा, "आज दुनिया कई संकटों और संघर्षों का सामना कर रही है. संयुक्त राष्ट्र, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उभरी दुनिया को दर्शाता है, इन चुनौतियों का सामना करने में अयोग्य साबित हुआ है. संयुक्त राष्ट्र में सुधार की तत्काल जरूरत है ताकि इसे समकालीन वास्तविकताओं का अधिक प्रतिनिधित्व करने वाला और अधिक प्रभावी बनाया जा सके. ऐसे सुधारों में सुरक्षा परिषद को शामिल करना होगा."
प्रधानमंत्री मोदी फिलहाल अमेरिका के दौरे पर हैं. 21 सितंबर को उन्होंने जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ डेलावेयर में अमेरिका द्वारा आयोजित क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया. शिखर सम्मेलन के बाद क्वाड नेताओं ने इसे और अधिक प्रतिनिधि और जवाबदेह बनाने के लिए UNSC में तत्काल सुधार का आह्वान किया और अधिक देशों के प्रतिनिधित्व को शामिल करने के लिए इसके विस्तार का भी आह्वान किया.
शिखर सम्मेलन के बाद क्वाड नेताओं ने अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन से प्रतिनिधित्व को शामिल करने के लिए UNSC में स्थायी सदस्यता का विस्तार करने का आह्वान किया. क्वाड नेताओं के संयुक्त बयान में कहा गया, "हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करेंगे तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता की स्थायी और अस्थायी श्रेणियों में विस्तार के जरिये इसे अधिक प्रतिनिधि, समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल आवश्यकता को पहचानेंगे.
अमेरिका ने UNSC में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का भी समर्थन किया. राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बैठक के बाद व्हाइट हाउस द्वारा जारी संयुक्त बयान के अनुसार, राष्ट्रपति बाइडेन ने पीएम मोदी के साथ इस बात को साझा किया कि अमेरिका भारत की महत्वपूर्ण आवाज को दर्शाने के लिए वैश्विक संस्थानों में सुधार की पहल का समर्थन करता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के लिए स्थायी सदस्यता भी शामिल है.
इसके अलावा, मैरीटाइम डोमेन अवेयरनेस प्रोग्राम को हिंद महासागर तक विस्तारित करने के क्वाड नेताओं के फैसले की सराहना करते हुए पूर्व राजनयिक मीरा शंकर ने कहा, "क्वाड ने भारत की भागीदारी के साथ हिंद महासागर में समुद्री क्षेत्र जागरूकता कार्यक्रम का विस्तार करने का निर्णय लिया है. हिंद महासागर में चीनी नौसेना की घुसपैठ को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है. इस क्षेत्र के देशों को प्रदान की जाने वाली जानकारी से बेहतर लाभ उठाने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण भी किया जाएगा."