गर्म मौसम, घर में उचित वेंटिलेशन की कमी, शरीर में अधिक गर्मी के कारण पसीना आना आम बात है. हालांकि, कुछ लोगों को मौसम ठंडा होने पर भी रात में सोने के दौरान बहुत पसीना आता है. बहुत से लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं क्योंकि यह उन्हें एक छोटी सी समस्या लगती है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नींद में पसीना आना कोई छोटी समस्या नहीं है. इसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह लक्षण विभिन्न बीमारियों का संकेत हो सकता है. समस्या गंभीर होने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा. इस खबर के माध्यम से जानें कि हमें रात में पसीना क्यों आता है? इसके लिए क्या सावधानियां बरतनी होंगी...
हाइपरथायरायडिज्म: थायराइड ग्लैंड मेटाबॉलिज्म और अन्य शारीरिक कार्यों को बनाए रखने में प्रभावी ढंग से कार्य करती है. लेकिन, जब यह बहुत अधिक एक्टिव हो जाता है, तो हाइपरथायरायडिज्म प्रभावित होता है. (हाइपरथायरायडिज्म एक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें थायरॉइड ग्रंथि ज़्यादा मात्रा में थायरॉइड हार्मोन बनाती है. इसे हाइपर एक्टिव थायरॉइड भी कहा जाता है.) विशेषज्ञों का कहना है कि इससे शरीर गर्मी और पसीना बर्दाश्त नहीं कर पाता है. 2017 में यूरोपीय थायराइड जर्नल में प्रकाशित 'हाइपरथायरायडिज्म वाले मरीजों में थायराइड से जुड़े लक्षण' शीर्षक से एक अध्ययन से पता चला है.( रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें)
तनाव, चिंता: कभी-कभी हम अचानक तनाव और चिंता महसूस करने लगते हैं. हालांकि, इनका असर दिमाग और शरीर पर पड़ता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे रात में सोने के दौरान पसीना आता है.
मानसिक बीमारी: कुछ प्रकार की मानसिक बीमारियां नींद में पसीना आने का कारण बन सकती हैं. जब यह विकार होता है तो दिमाग में एक तरह का तनाव, घबराहट और रात में सोने के दौरान पसीना आने लगता है.
रजोनिवृत्ति: 40 से अधिक उम्र की महिलाओं को रात में पसीना आता है? हालांकि, विशेषज्ञ बताते हैं कि इन सबको रजोनिवृत्ति के करीब आने का संकेत माना जा सकता है.
एचआईवी: टीबी, एचआईवी, ल्यूकेमिया जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों के शरीर का तापमान भी अचानक बढ़ने लगता है. डॉक्टरों का कहना है कि इससे भी रात को पसीना आता है.