कोडरमा: जिले में शिक्षा विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. समय पर सूचना नहीं देने के कारण तकरीबन 56 प्रतिशत बच्चे मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा से वंचित रह गए हैं. हालांकि अब जिला प्रशासन दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की बात कह रहा है.
रविवार को हुई थी परीक्षा, जिले के 56 प्रतिशत विद्यार्थी रह गए परीक्षा से वंचित
बता दें कि कोडरमा समेत पूरे राज्य में कल यानि रविवार को 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित की गई थी. कोडरमा जिले में भी 23 केंद्रो पर शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न हुई. लेकिन आधे से अधिक बच्चे परीक्षा में शामिल ही नहीं हो सके. 10 हजार 189 बच्चों में मात्र 4554 बच्चे ही परीक्षा में शामिल हो पाए. जबकि 5635 बच्चे परीक्षा केंद्र तक पहुंचे ही नहीं.दरअसल, मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा को लेकर न तो शिक्षा विभाग की ओर से किसी तरह की स्पष्ट जानकारी दी गई और न ही स्कूल के शिक्षकों के द्वारा बच्चों को बताया गया था.
आठवीं पास सभी विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई थी परीक्षा
पूर्व में छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए स्कूल के मेधावी छात्रों का चयन किया जाता था और चयनित बच्चों के बीच ही परीक्षाएं आयोजित की जाती थी, लेकिन इस बार आठवीं पास सभी विद्यार्थियों को इस परीक्षा के लिए योग्य माना गया था.
शिक्षा विभाग और स्कूल के शिक्षकों की लापरवाही का है मामला
इस बात की जानकारी शिक्षा विभाग को भी थी और स्कूल के शिक्षकों को भी, लेकिन किसी ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. परीक्षा की सूचना बच्चों के साथ साझा नहीं की गई. आलम यह रहा कि जिले के कई स्कूलों के बच्चे इस परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए. कहीं-कहीं तो बच्चों की संख्या शून्य रही.
परीक्षा से वंचित विद्यार्थियों ने जताया अफसोस