नई दिल्ली:एक भारतीय-अमेरिकी वकील ने कहा है कि ऐसी संभावना है कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद भारतीय अरबपति गौतम अडाणी के खिलाफ आरोपों को वापस लिया जा सकता है. बता दें कि अरबपति गौतम अडाणी पर अमेरिका में 265 मिलियन डॉलर के रिश्वत का आरोप लगाया गया है. जिसे डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद आरोपों को अयोग्य या दोषपूर्ण पाए जाने पर वापस लिया जा सकता है.
वकील रवि बत्रा ने पीटीआईको बताया कि हर नए राष्ट्रपति की एक नई टीम होती है. लेकिन अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप, जो अपने मंत्रिमंडल के लिए एफबीआई जांच से बच रहे हैं. किसी भी अभियोजन को निष्प्रभावी कर देंगे जो सद्भावना पर आधारित नहीं है, लेकिन जिसे उन्होंने शक्तिशाली रूप से कानूनी लड़ाई कहा है. बत्रा ने कहा कि अनिवार्य रूप से, इसका मतलब है कि कानून को अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए चुनिंदा रूप से लागू किया जा रहा है, जो स्वाभाविक रूप से हमारे संघीय संविधान द्वारा गारंटीकृत कानून के समान संरक्षण के लक्ष्य को नकारता है.