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बजट 2024: निर्मला सीतारमण के भाषण में ये मुद्दे किए गए इग्नोर - Budget 2024

Budget 2024- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट 2024 पेश किया. ये बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है. इस बार के बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने तीन बिंदुओं पर चर्चा नहीं की. इनमें रेलवे, हरियाणा और महाराष्ट्र और अग्निपथ योजना शामिल है. इनका ज्रिक वित्त मंत्री ने अपने भाषण में नहीं किया, जो हर साल के बजट का एक प्रमुख हिस्सा माना जाता है. पढ़ें पूरी खबर...

BUDGET 2024
बजट 2024 (IANS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 23, 2024, 7:26 PM IST

नई दिल्ली:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 की घोषणा की. अपने सातवें भाषण में सीतारमण ने आयकर से लेकर पूंजीगत लाभ कर, रोजगार, कौशल और आवास जैसे विषयों पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं. हालांकि, सभी की उम्मीदों के विपरीत, तीन बिंदुओं पर चर्चा नहीं की गई.

  1. रेलवे
    रेलवे आमतौर पर भारतीय बजट में सबसे अधिक चर्चा का विषय होता है और आवंटन के सबसे बड़े हिस्से में से एक होता है. भारतीय रेलवे एफएम सीतारमण के बजट भाषण में शामिल नहीं था. हर साल बजट भाषण इस उद्योग से संबंधित घोषणाओं का एक प्रमुख माध्यम रहता है. वित्त मंत्री के भाषण का एकमात्र हिस्सा जिसमें "रेलवे" शब्द का उल्लेख किया गया था, वह आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के संदर्भ में था.
  2. हरियाणा और महाराष्ट्र
    आम चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा और महाराष्ट्र में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा. इन सभी राज्यों में भाजपा के नेतृत्व वाली या भाजपा से बनी सरकारें थीं. हालांकि, हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के कारण महत्वपूर्ण हैं. वित्त मंत्री सीतारमण के बजट भाषण में इन राज्यों के नाम का एक बार भी जिक्र नहीं किया गया. दूसरी ओर, बिहार और आंध्र प्रदेश पर ज्यादा ध्यान दिया गया, जो मोदी 3.0 के प्रमुख सहयोगी नीतीश कुमार और एन चंद्रबाबू नायडू के गृह क्षेत्र हैं. हालांकि, भाषण में कुछ ऐसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई जो इन दोनों राज्यों में महत्वपूर्ण हैं, जैसे कृषि और रोजगार.
  3. अग्निपथ योजना/अग्निवीर
    रक्षा क्षेत्र के अंतर्गत, अग्निपथ योजना 2022 में लागू होने के बाद से भारत में सबसे चर्चित योजनाओं में से एक रही है. यह योजना सशस्त्र बलों में कर्मियों की अल्पकालिक भर्ती करती है. इसके तहत, 17.5 से 21 वर्ष की आयु के पुरुष और महिला उम्मीदवारों को चार साल के लिए अधिकारी के पद से नीचे के कैडर में भर्ती किया जाता है, जिसमें 25 फीसदी को 15 और वर्षों तक बनाए रखने का प्रावधान है.

हालांकि, वित्त मंत्री सीतारमण के भाषण में भी इसका कोई जिक्र नहीं हुआ. इस महीने की शुरुआत में, हरियाणा सरकार ने कुछ नौकरियों में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी आरक्षण की घोषणा की थी.

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