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नामी म्यूचुअल फंड पर SEBI को शक, हो रहा बड़ा घोटाला, डूबेंगे आपके पैसे या फिर... - SEBI cracks Quant Mutual Fund - SEBI CRACKS QUANT MUTUAL FUND

SEBI cracks Quant Mutual Fund - भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने फ्रंट-रनिंग के संदेह के कारण क्वांट म्यूचुअल फंड पर तलाशी और जब्ती ऑपरेशन चलाया है. पढ़ें पूरी खबर...

Mutual Fund
(प्रतीकात्मक फोटो) (Getty Image)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 24, 2024, 10:08 AM IST

मुंबई:बाजार नियामक सेबी ने संदीप टंडन के मालिकाना हक वाले क्वांट म्यूचुअल फंड पर फ्रंट-रनिंग के संदेह में तलाशी और जब्ती ऑपरेशन चलाया है. बता दें कि तलाशी और जब्ती ऑपरेशन दिल्ली और हैदराबाद में चलाया गया है. इसके बाद जब्ती अभियान की रिपोर्ट के जवाब में, क्वांट म्यूचुअल फंड ने एक बयान जारी किया है. फंड ने नियामक के साथ सहयोग और पारदर्शिता बनाए रखने की अपनी कमिटमेंट पर जोर दिया.

क्वांट म्यूचुअल फंड का बयान
क्वांट म्यूचुअल फंड ने कहा कि हाल ही में, क्वांट म्यूचुअल फंड को सेबी से पूछताछ मिली है, और हम इस मामले के बारे में आपकी किसी भी चिंता का समाधान करना चाहते हैं. हम सभी आवश्यक सहायता करेंगे और नियमित और आवश्यकतानुसार सेबी को डेटा देना जारी रखेंगे. साथ ही क्वांट म्यूचुअल फंड ने अपने निवेशकों को बेहतर जोखिम-समायोजित रिटर्न देने के अपने प्राथमिक लक्ष्य का आश्वासन दिया.

क्वांट म्यूचुअल फंड ने बयान में कहा कि 8 मिलियन से अधिक फोलियो और 3,000 करोड़ रुपये की एयूएम के साथ, निवेशकों का विश्वास बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है.

सेबी की जांच और कार्रवाई
बाजार नियामक सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया, जिसमें फ्रंट-रनिंग गतिविधियों का संदेह था. रिपोर्ट में बताया गया कि अभियान शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद के परिसरों में चलाया गया. सेबी की जांच शाखा ने फ्रंट-रनिंग के आरोपों की जांच के बाद तलाशी ली. क्वांट म्यूचुअल फंड काफी समय से सेबी की निगरानी में था, और जांच में नियामक द्वारा व्यापक पूछताछ शामिल थी.

फ्रंट-रनिंग के आरोप
फ्रंट-रनिंग में ब्रोकर या अन्य अंदरूनी लोग अपने ग्राहकों से लंबित ऑर्डर की एडंवास जानकारी के आधार पर ट्रेड एक्जूयूट करते हैं, जिससे संभावित रूप से बाजार में हेरफेर होता है. इसे एक गंभीर वित्तीय अपराध माना जाता है, क्योंकि यह निवेशकों के विश्वास और बाजार की अखंडता को कमजोर करता है.

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