नई दिल्ली :राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बुधवार को इस बात पर जोर दिया कि आयोग का उद्देश्य न केवल शिकायतों का समाधान करना है, बल्कि भविष्य में ऐसी शिकायतों की आवश्यकता न रहे. इसके लिए काम करना भी है. उन्होंने कहा कि महिलाएं जलवायु संकट के खिलाफ अग्रिम पंक्ति की योद्धा हैं. कार्यक्रम में बदलती ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की आजीविका, आपदा प्रतिरोध में महिलाओं की भूमिका और जलवायु कार्रवाई में अग्रणी महिलाएं पर विचार-विमर्श किया गया.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने अपने संबोधन में पिछले एक दशक में एनसीडब्ल्यू की उभरती भूमिका पर चर्चा की. उन्होंने प्रधानमंत्री के महिला-नेतृत्व वाले विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आयोग के प्रयासों पर प्रकाश डाला. शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि आयोग का उद्देश्य न केवल शिकायतों का समाधान करना है, बल्कि भविष्य में ऐसी शिकायतों की आवश्यकता न रहे, इसके लिए काम करना भी है.
उन्होंने उक्त बातें 'लचीले समुदायों का निर्माण: महिलाएं और टिकाऊ पारिस्थितिकी तंत्र' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं. कार्यक्रम राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) द्वारा आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में एनसीडब्ल्यू दशक पुस्तिका का विमोचन किया गया, जिसमें प्रमुख उपलब्धियों को दर्शाया गया है तथा पिछले दशक में आयोग के समर्पण पर प्रकाश डाला गया है. यह पुस्तक भारत में महिला अधिकारों को आगे बढ़ाने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों पर व्यापक विचार प्रस्तुत करती है.