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WHO ने इमरजेंसी के लिए पहले एमपॉक्स डायग्नोस्टिक टेस्ट को मंजूरी दी - mpox Diagnostic Test - MPOX DIAGNOSTIC TEST

डॉ. युकिको नाकातानी ने कहा कि गुणवत्ता-सुनिश्चित चिकित्सा उत्पादों तक पहुंच बढ़ाना और वायरस के प्रसार को रोकने में देशों की सहायता करने के विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रयासों का केंद्र है.

एमपॉक्स डायग्नोस्टिक टेस्ट को मंजूरी
एमपॉक्स डायग्नोस्टिक टेस्ट को मंजूरी (सांकेतिक तस्वीर)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 4, 2024, 7:37 PM IST

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अपनी इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) प्रोसेस के तहत पहली mpox इन विट्रो डायग्नोस्टिक (IVD) को सूचीबद्ध किया है, जो mpox टेस्टिंग तक ग्लोबल एक्सेस में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

WHO ने एक बयान में कहा, "एबॉट मॉलिक्यूलर इंक द्वारा निर्मित एलिनिटी m MPXV आसे के इमरजेंसी यूज की स्वीकृति, mpox प्रकोप का सामना कर रहे देशों में डायग्नोस्टिक कैपेसिटी का विस्तार करने में महत्वपूर्ण होगी, जहां त्वरित और सटीक परीक्षण की आवश्यकता तेजी से बढ़ी है. mpox का शीघ्र निदान समय पर उपचार और देखभाल और वायरस पर नियंत्रण को सक्षम बनाता है."

अफ्रीका में लिमिटेड टेस्टिंग कैपेसिटी और एमपॉक्स मामलों की पुष्टि में देरी जारी है, जिससे वायरस का प्रसार लगातार हो रहा है. 2024 में पूरे क्षेत्र में 30000 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिनमें सबसे अधिक संख्या कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, बुरुंडी और नाइजीरिया में थी. कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में इस साल केवल 37 फीसदी संदिग्ध मामलों का परीक्षण किया गया है.

मंकीपॉक्स वायरस की मौजूदगी की पुष्टि न्यूक्लिक एसिड एम्पलीफिकेशन टेस्टिंग (NAAT) जैसे कि रियल-टाइम या पारंपरिक पॉलीमरेज चेन रिएक्शन (PCR) द्वारा की जाती है, जैसा कि मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) के लिए डायग्नोस्टिक टेस्टिंग पर WHO इंटरिम गाइडेंस में कहा गया है.

रियल टाइम पीसीआर टेस्टिंग
वैश्विक स्वास्थ्य निगरानी संस्था ने कहा, "एलिनिटी m MPXV आसे एक रियल टाइम पीसीआर टेस्टिंग है, जो ह्यूमन स्किन के घावों के स्वाब से मंकीपॉक्स वायरस (क्लेड I/II) डीएनए का पता लगाने में सक्षम है. यह विशेष रूप से ट्रेन क्लीनिकल लेबोरेटरी कर्मियों द्वारा उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है, जो पीसीआर तकनीकों और IVD प्रक्रियाओं में कुशल हैं. पस्टुलर या वेसिकुलर रैश नमूनों से डीएनए का पता लगाकर, लेबोरेटरी और हेल्थ वर्करस संदिग्ध एमपॉक्स मामलों की कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से पुष्टि कर सकते हैं."

डब्ल्यूएचओ की सहायक महानिदेशक डॉ युकिको नाकातानी ने कहा कि इमरजेंसी यूज लिस्टिंग प्रक्रिया के तहत सूचीबद्ध यह पहला एमपॉक्स डायग्नोस्टिक टेस्ट प्रभावित देशों में परीक्षण उपलब्धता का विस्तार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. बता दें कि इमरजेंसी यूज लिस्टिंग प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के संदर्भ में जीवन रक्षक चिकित्सा प्रोडक्ट, जैसे टीके, वैक्सीन और ट्रीटमेंट की उपलब्धता को तेज करती है.

सुरक्षा और प्रदर्शन का आकलन
इस साल 28 अगस्त को WHO ने एमपॉक्स IVD निर्माताओं से EUL के लिए अभिरुचि की अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने का आह्वान किया, क्योंकि वायरस के लगातार फैलते रहने के कारण ग्लोबल टेस्टिंग क्षमताओं को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को मान्यता दी गई. EUL प्रक्रिया आवश्यक स्वास्थ्य उत्पादों, जैसे कि नैदानिक​परीक्षणों की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन का आकलन करती है, ताकि खरीद एजेंसियों और WHO सदस्य राज्यों को समय-सीमित आपातकालीन खरीद के लिए सूचित निर्णय लेने में मार्गदर्शन मिल सके.

अब तक WHO को इमरजेंसी यूज लिस्टिंग मूल्यांकन के लिए तीन अतिरिक्त प्रस्तुतियां प्राप्त हुई हैं, और गुणवत्ता-आश्वासन वाले नैदानिक ​​विकल्पों की एक विस्तृत चेन सुनिश्चित करने के लिए mpox IVD के अन्य निर्माताओं के साथ चर्चा चल रही है.

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