चेंगलपट्टू: तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में एक मंदिर की दानपेटी (हुंडी) में गलती से भक्त का आईफोन गिर गया था. जब भक्त ने आईफोन वापस पाने के लिए मंदिर प्रशासन से अनुरोध किया तो उसे बताया गया कि अब यह भगवान की 'संपत्ति' है.
यह मामला थिरुपुरुर के श्री कंदस्वामी मंदिर का है. बताया गया है कि चेन्नई निवासी दिनेश छह महीने पहले मंदिर में दर्शन करने आए थे. इस दौरान दानपेटी में पैसे डालते समय गलती से उनका आईफोन भी उसी में गिरा गया.
जब दिनेश ने मंदिर के पदाधिकारियों से अपना फोन वापस लेने के लिए संपर्क किया, तो उन्हें बेहद असहज स्थिति का सामना करना पड़ा. मंदिर के पदाधिकारियों ने दिनेश के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि दानपेटी में डाले जाने वाले सभी चढ़ावे पवित्र माने जाते हैं और देवता (भगवान) के नाम हो जाते हैं. साथ ही उन्होंने तर्क दिया कि परंपरा के अनुसार हुंडी दो महीने में केवल एक बार ही खोली जाती है. दिनेश से यह भी कहा गया कि हुंडी के खुलने पर वह इसके बारे में अनुरोध कर सकते हैं.
शुक्रवार 20 दिसंबर को जब मंदिर के पदाधिकारियों ने दानपेटी खोली, तो दिनेश अपना आईफोन लेने के लिए वहां पहुंचे, लेकिन मंदिर प्रशासन ने अपना रुख बरकरार रखा. हालांकि, उन्हें फोन से कोई भी महत्वपूर्ण डेटा हासिल करने सिम कार्ड लेने का विकल्प दिया गया.
मंदिर के कार्यकारी पदाधिकारी का बयान
दिनेश पहले ही नया सिम कार्ड खरीद चुके हैं, उन्होंने अपना डिवाइस वापस करने का काम अधिकारियों पर छोड़ दिया. मंदिर के कार्यकारी पदाधिकारी ने कहा कि हम इस बात को लेकर स्पष्ट नहीं हैं कि क्या दिनेश ने आईफोन चढ़ावे के रूप में चढ़ाया था और बाद में अपना विचार बदल दिया, क्योंकि दानपेटी लोहे की है और अच्छी तरह सुरक्षित है.
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. कुछ नेटिजन्स ने पोस्ट में लिखा, iPhone अपनी बैटरी लाइफ या कैमरा क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए ईश्वर के हस्तक्षेप की मांग कर रहा होगा. दूसरों ने इस दार्शनिक प्रश्न पर विचार किया है कि क्या तकनीक को वास्तव में पवित्र चढ़ावा माना जा सकता है.
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