चेन्नई: तमिलनाडु में तांबरम बेस पर वायुसेना अपनी 92वीं वर्षगांठ को लेकर समारोह का आयोजन कर रही है. इस दौरान परेड और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ के समारोह के तहत परेड का निरीक्षण किया. इस बीच वायु सेना का एक जवान बेहोश हो गया.
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने कहा, 'पिछले वर्ष हमने अपनी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करने अपनी व्यावसायिकता को बढ़ाने और उभरते और चुनौतीपूर्ण युद्ध के लिए अनुकूल होने में महत्वपूर्ण प्रगति की है. इस दिन जबकि हम खुद को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित करते हैं, हमें पिछले वर्ष पर भी गौर करना चाहिए. अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए और वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं के लिए खुद को तैयार करना चाहिए.'
वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ समारोह के जश्न के दौरान भारतीय वायु सेना का एक जवान बेहोश हो गया. 6 अक्टूबर की त्रासदी के मद्देनजर आज के कार्यक्रम को लेकर कई सावधानियां बरती गई. बता दें कि तांबरम बेस पर वायुसेना अपना 92वां दिवस मना रही है. बताया जाता है रविवार की घटनाओं से सबक लेते हुए दर्शकों की संख्या को सीमित कर दिया गया.
इस समारोह के लिए पूर्व में जारी किए गए पास को अमान्य घोषित कर दिया गया. हालांकि, इन सबके बाद भी वायु सेना का एक जवान बेहोश हो गया. घटनास्थल से मिली तस्वीरों में जवान को स्ट्रेचर पर ले जाते हुए दिखाया गया.
6 अक्टूबर को तमिलनाडु की राजधानी में मरीना बीच पर वायुसेना के मेगा एयर शो में भाग लेने आए पांच लोगों की गर्मी के चलते मौत हो गई थी. सोमवार को तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने चेन्नई एयर शो की घटना पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. विपक्ष ने डीएमके सरकार पर उचित प्रशासनिक व्यवस्था न करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि जब पूरा चेन्नई शहर वायु सेना के एयर शो का आनंद ले रहा था तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था कि चेन्नई निगम, तमिलनाडु सरकार और चेन्नई पुलिस ने जनता के साथ सहयोग नहीं किया. भाजपा तमिलनाडु के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कल कहा कि राज्य पुलिस द्वारा की गई व्यवस्था अपर्याप्त थी और खराब यातायात व्यवस्था के कारण पांच लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोगों को चेन्नई के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती होना पड़ा.
यह उचित योजना और खुफिया जानकारी की कमी के कारण हुआ है. (राज्य) सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसा न हो. उन्होंने कहा कि पांच लोगों की मौत हो गई, सभी पांच मौतें तेज गर्मी के कारण हुई. कुल 102 लोग भीषण गर्मी से प्रभावित हुए, जिनमें से 93 को शुरू में अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी.