दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

सिंगापुर के राष्ट्रपति ने भारत बायोटेक के भुवनेश्वर प्लांट का किया दौरा, 10 प्रकार की वैक्सीन का होगा उत्पादन - SAPIGEN BIOLOGIX VACCINES FACILITY

सिंगापुर के राष्ट्रपति ने भुवनेश्वर में भारत बायोटेक की सैपिजेन बायोलॉजिक्स प्लांट का दौरा किया. इस प्लांट में 10 प्रकार की वैक्सीन का उत्पादन होगा.

Singapore President
सिंगापुर के राष्ट्रपति. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 19, 2025, 1:44 PM IST

भुवनेश्वर: सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरत्नम ने शनिवार को भुवनेश्वर में बन रहे वैक्सीन निर्माण प्लांट सैपिजेन बायोलॉजिक्स का दौरा किया. भुवनेश्वर के अंधारुआ में ओडिशा बायोटेक पार्क में स्थित इस प्लांट की स्थापना 1,500 करोड़ रुपये के निवेश से की गई है. सालाना 8 बिलियन खुराक वैक्सीन बनाने में सक्षम इस प्लांट में 10 अलग-अलग प्रकार की वैक्सीन का उत्पादन किया जाएगा. 2000 से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां और 1500 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे. भारत बायोटेक की सहायक कंपनी है.

अपनी यात्रा के दौरान, शानमुगरत्नम के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी था. जिसमें उनके शीर्ष मंत्रिमंडलीय सहयोगी और व्यापारिक नेता शामिल थे. राष्ट्रपति का स्वागत सैपिजेन और भारत बायोटेक के संस्थापक कृष्णा एला, भारत बायोटेक की संस्थापक और प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला, सैपिजेन बायोलॉजिक्स के प्रबंध निदेशक राचेस एला, सैपिजेन बायोलॉजिक्स के निदेशक जलाचारी एला और फर्म के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया.

सिंगापुर के राष्ट्रपति का स्वागत किया. (ETV Bharat)

सिंगापुर के राष्ट्रपति ने विनिर्माण सुविधाओं का दौरा किया और उन्होंने सैपिजेन बायोलॉजिक्स के नेतृत्व से बातचीत की. राष्ट्रपति के दौरे के सम्मान में पट्टिका का अनावरण भी किया गया. कृष्णा एला ने कहा, "हम सिंगापुर के राष्ट्रपति थरमन शानमुगरत्नम का आज हमारे कारखाने में स्वागत करते हुए बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं. इस विशाल बहु-टीका उत्पादन सुविधा में किए जा रहे अभिनव कार्यों को प्रदर्शित करने पर गर्व महसूस कर रहे हैं, ताकि वैक्सीन विकास में और तेजी आए और दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान दिया जा सके."

एला ने कहा, "हम ओडिशा सरकार, भारत सरकार, विनियामकों और हमारी टीम को इस विश्वस्तरीय, वैश्विक स्तर की वैक्सीन उत्पादन सुविधा को वास्तविकता बनाने के लिए धन्यवाद देते हैं. सैपिजेन बायोलॉजिक्स सुविधा वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य, किफायती टीकों और भारत की आत्मनिर्भरता और महामारी की तैयारियों को मजबूत करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. हैदराबाद और अरुणाचल प्रदेश के बीच कोई वैक्सीन या बायोटेक विनिर्माण संयंत्र नहीं है. हमें ज्ञान आधारित उद्योग और भारत के पूर्वी हिस्से में पहला वैक्सीन/बायोटेक विनिर्माण संयंत्र लाने पर बेहद गर्व है."

रैचेस एला ने कहा, "सैपिजेन बायोलॉजिक्स में सभी की ओर से मैं सिंगापुर के राष्ट्रपति का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. इस परियोजना का महत्व ओडिशा से कहीं आगे तक फैला हुआ है. यह सुविधा ओडिशा और भारत को वैश्विक मानचित्र पर सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादन और आपूर्ति केंद्र के रूप में स्थान देगी- न केवल वैश्विक वितरण के लिए बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, स्थानीय प्रतिभाओं को पोषित करने और दुनिया भर के समुदायों को स्थायी निवारक स्वास्थ्य सेवा समाधान प्रदान करने के हमारे व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप भी."

एला ने कहा, "सैपिजेन बायोलॉजिक्स वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के उद्देश्य से प्रमुख टीकों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगा." उनके अनुसार, सैपिजेन बायोलॉजिक्स की cGMP उत्पादन सुविधा में उत्पादित होने वाला पहला और सबसे महत्वपूर्ण टीका दुनिया का दूसरा मौखिक हैजा टीका, हिलचोल (BBV131) होगा. इस रोलआउट का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि हैजा टीकों (OCV) की वैश्विक कमी है, जैसा कि महामारी हैजा के कारण अंगोला में हाल ही में हुई मौतों से स्पष्ट है.

इस सुविधा में उत्पादित एक अन्य महत्वपूर्ण टीका दुनिया का पहला लाइसेंस प्राप्त मलेरिया टीका, RTS,S होगा. GSK के साथ साझेदारी में विकसित, यह टीका एक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते का हिस्सा है और मुख्य रूप से अफ्रीका और एशिया के निम्न और मध्यम आय वाले देशों में वितरित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम मलेरिया के बोझ को कम करना है. सैपिजेन बायोलॉजिक्स में निर्मित होने वाला तीसरा टीका ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV) होगा. भविष्य में चिकनगुनिया और जीका के लिए भी टीके का उत्पादन होगा.

इसे भी पढ़ेंःभारत बायोटेक ने ओरल कॉलरा वैक्सीन लॉन्च की, अब नहीं रहेगी टीके के कमी - Bharat Biotech

ABOUT THE AUTHOR

...view details