उत्तर 24 परगना : पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी इस साल जनवरी में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में की गई है.
दक्षिण बंगाल के एडीजी सुप्रतिम सरकार ने गिरफ्तारी के बाद एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि शेख शाहजहां, 5 जनवरी, 2024 को हुए एक मामले में मुख्य आरोपियों में से एक है, जहां ईडी अधिकारियों पर छापेमारी के दौरान हमला किया गया था.
धारा 354 के तहत शिकायतों पर एडीजी ने कहा कि इस मामले में शिकायत 354 से संबंधित नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि शाहजहां को आज बशीरहाट कोर्ट में पेश किया जाएगा. एडीजी ने कहा कि हमने उन्हें कल रात मिनाखा पुलिस क्षेत्र से गिरफ्तार किया. हमने शेख शाहजहां को बशीरहाट अदालत भेज दिया है. हम पुलिस रिमांड मांगेंगे.
यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर एडीजी ने कहा कि कई मामले हैं और उनमें से ज्यादातर लगभग दो साल पहले हुए थे इसलिए जांच में समय लगेगा. सुप्रतिम सरकार ने कहा कि 7, 8, 9 फरवरी के बाद कई मामले, जो तब सामने आए 2-3 साल पहले हुई घटनाओं से संबंधित हैं. इसलिए उनकी जांच करने, सबूत इकट्ठा करने में समय लगेगा.
इससे पहले, पुलिस अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने खबर दी थी कि संदेशखाली में तनाव के बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 'यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने' के आरोप में गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया. मिनाखान के एसडीपीओ अमीनुल इस्लाम खान ने बताया था कि शाहजहां को उत्तरी 24 परगना जिले के मिनाखान से गिरफ्तार किया गया. एसडीपीओ ने कहा था कि उन्हें आज दोपहर 2 बजे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया जाएगा.
शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार सुबह उनके खिलाफ चल रहे मामलों में आरोपों के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. वह एक महीने से अधिक समय से राज्य और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तारी से बच रहा था. शाहजहां की गिरफ्तारी कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा शेख शाहजहां का नाम संदेशखाली मामले में जोड़ने के आदेश के तीन दिन बाद हुई है.
भाजपा के अमित मालवीय ने शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार के पास उन्हें गिरफ्तार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.