लेह, लद्दाख: लेह में लद्दाख के राजपत्रित उम्मीदवारों ने एलएएचडीसी कारगिल के प्रति आभार व्यक्त किया है. दरअसल, एलएएचडीसी ने 10 अक्टूबर को एक प्रस्ताव पारित किया था. उस प्रस्ताव में जिसमें अलग लद्दाख सेवा कैडर और जेकेपीएससी द्वारा कैडर प्रबंधन, राजपत्रित पदों के लिए आरक्षण के सिक्किम मॉडल को अपनाने, यूटी लद्दाख में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा में छूट की सिफारिश की गई थी.
लेह में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लद्दाख के राजपत्रित उम्मीदवारों ने बताया कि उन्होंने एक खाका तैयार किया और फीडबैक के लिए हितधारकों के साथ साझा किया, लेकिन लेह के हितधारकों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. जिसमें यूटी प्रशासन, एलएएचडीसी और लद्दाख में सामाजिक-धार्मिक संगठन शामिल हैं. वहीं, दूसरी ओर LAHDC कारगिल ने इस पर चर्चा की और 19 अक्टूबर को इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने जुलाई, 2024 के महीने में एक सेमिनार आयोजित किया था, जिसके बाद हिल काउंसिल, लेह ने इस पर आगे की चर्चा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ. एक उम्मीदवार सोनम दावा ने कहा, "यूटी लद्दाख में एक भी राजपत्रित भर्ती नहीं हुई है, जबकि दूसरी ओर, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में लगभग 15000 राजपत्रित पद भरे गए हैं. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा किए गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के अनुसार, लद्दाख में 26.5 प्रतिशत स्नातक बेरोजगार हैं."