आतंकी घटनाओं को लेकर राजनाथ सिंह की बड़ी बैठक, अजीत डोभाल और सेना प्रमुख शामिल - DEFENCE MINISTER IMPORTANT MEETING
South Block Rajnath Singh important meeting: नई दिल्ली में साउथ ब्लॉक में राजनाथ सिंह की अहम बैठक हो रही है. इसमें एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी समते अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं.
नई दिल्ली:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर एक अहम बैठक बुलाई है. साउथ ब्लॉक में चल रही इस बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक में रक्षा सचिव और डीजीएमओ (सैन्य संचालन महानिदेशक) भी मौजूद हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में आतंकी घटनाओं के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. जानकारी के अनुसार बैठक में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, सैन्य संचालन महानिदेशक-लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों के प्रमुख मौजूद है.
यह घटनाक्रम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले हुआ है. इस बीच, सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू और कश्मीर भर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इससे पहले 10 अगस्त को अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी के दौरान कम से कम दो सैनिक और एक नागरिक मारे गए थे.
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय में आतंकी घटनाओं में वृद्धि देखी गई. इसे देखते हुए हाल में रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख ने केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया. इस दौरान सेना प्रमुख ने सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. बाद में उन्होंने उपराज्यपाल के साथ भी बैठक की. इस सप्ताह भी जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में आतंकियों की गतिविधि देखी गई.
जुलाई में गृह मंत्रालय ने लोकसभा को बताया कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंकी घटनाओं और 24 आतंकवाद विरोधी अभियानों में नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों सहित 28 लोग मारे गए. पिछले महीने भारतीय सेना के जवानों ने कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के हमले को नाकाम कर दिया. झड़प में एक पाकिस्तानी घुसपैठिए और एक भारतीय सेना के जवान की मौत हो गई, जबकि एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित चार अन्य घायल हो गए.