नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार लोगों के लिए कई लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चला रही है. इन योजनाओं के जरिए सरकार एक बड़े वर्ग को लाभ देने की कोशिश कर रही है.इन योजनाओं में 'पीएम विश्वकर्मा योजना' भी शामिल है. इस यौजना को सरकार ने 2023 में शुरू किया था. मौजूदा समय में इस योजना से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं और लाभ ले रहे हैं.
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को संपूर्ण सहायता प्रदान करना है. इस योजना में 18 व्यवसायों में लगे कारीगर और शिल्पकार शामिल हैं, जैसे बढ़ई, नाव निर्माता, कवच निर्माता, लौहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार , पत्थर तोड़ने वाला, मोची , राजमिस्त्री, धोबी और दर्जी आदि.
पीएम विश्वकर्मा योजना के फायदे
पीएम विश्वकर्मा योजना के पात्र लोगों को स्कीम से जुड़ने पर सस्ती ब्याज दर पर लोन मिलता है. साथ ही उसके लाभार्थी को लोन के लिए किसी गारंटी की जरूरत नहीं होती. स्कीम के तहत लाभार्थी को 18 महीने और 30 महीने की अवधि के साथ 1 लाख रुपये और 2 लाख रुपये की दो किस्तों में 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता है.
ट्रेनिंग के दौरान रोजाना मिलते हैं 500 रुपये
जो लोग इस योजना से जुड़ते हैं, उन्हें कुछ दिनों की ट्रेनिंग दी जाती है और जब तक ट्रेनिंग चलती है उन्हें रोजाना 500 रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा लाभार्थियों को टूल किट खरीदने के लिए 15 हजार रुपये भी दिए जाते हैं.