तिरुवनंतपुरम:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को केरल में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की तीन प्रमुख तकनीकी इकाइयों का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने यहां विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) की अपनी यात्रा के दौरान गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की भी समीक्षा की.
मोदी वीएसएससी में एक ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’, तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रणोदन परिसर (इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स) में सेमी-क्रायोजेनिक इंटीग्रेटेड इंजन संबंधी इकाई और सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसएचएआर) श्रीहरिकोटा में पीएसएलवी एकीकरण इकाई को भी हरी झंडी दिखाई. ये तीनों प्रोजेक्ट्स 1800 करोड़ रुपए के हैं. इन प्रोजेक्ट्स से ISRO काफी आगे बढ़ेगा और ज्यादा से ज्यादा संख्या में रॉकेट लॉन्च कर पाएगा और ज्यादा सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भी भेज पाएगा.
बता दें, वीएसएससी इसरो का प्रमुख केंद्र है जो प्रक्षेपण वाहन प्रौद्योगिकी (लॉन्च व्हीकल टेक्नोलॉजी) के डिजाइन और विकास के लिए अहम इकाई है. इसरो के अनुसार, ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’ के जरिए रॉकेट और विमानों के मॉडलों पर वायुगतिकीय विशेषताओं का मूल्यांकन और डिजाइन विकसित करने के लिए नियंत्रित वायु प्रवाह किया जाता है. महेंद्रगिरि में ‘सेमी-क्रायोजेनिक इंटीग्रेटेड इंजन स्टेज टेस्ट’ इकाई विश्वस्तरीय अत्याधुनिक केंद्र है जो प्रणोदक के बड़े प्रवाह का प्रबंधन करता है.