नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार ने विभाजन के कारण पीड़ित कई परिवारों को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान करके उनके लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित किया है.
18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए मुर्मू ने विवादास्पद सीएए का जिक्र किया और कहा कि मोदी सरकार ने अधिनियम के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है.
इसने विभाजन के कारण पीड़ित कई परिवारों के लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित किया है. मैं उन परिवारों के बेहतर भविष्य की कामना करता हूं जिन्हें सीएए के तहत नागरिकता दी गई है. सीएए के तहत नागरिकता प्रमाण पत्र का पहला सेट 15 मई को दिल्ली में 14 लोगों को जारी किया गया था.