नई दिल्ली:संसद में NEET मुद्दे पर विपक्षी सांसदों के विरोध पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन सबकुछ परंपरा और मर्यादा के भीतर होना चाहिए.
उन्होंने कहा, "...हम किसी को नहीं बख्शने वाले हैं. एनटीए के प्रभारी को हटाकर वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. यह सब सरकार की प्रतिबद्धता का सबूत है... मैं विपक्ष से अपील करना चाहता हूं कि वे छात्रों को भ्रमित न करे..."
'सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन सबकुछ परंपरा और मर्यादा के भीतर होना चाहिए. जब कल राष्ट्रपति ने खुद अपने भाषण में परीक्षा की बात कही, तो इससे सरकार की नीयत का पता चलता है कि हम किसी भी मुद्दे का सामना करने के लिए तैयार हैं.
'हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे'
प्रधान ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी देश के युवाओं के प्रति है, देश के छात्रों के प्रति है... सरकार अपना पक्ष रखने के लिए तैयार है, फिर उलझन किस बात की है?... हम सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रहे हैं और सीबीआई सबको पकड़ने जा रही है, हम किसी को छोड़ेंगे नहीं.
लोकसभा में विपक्ष ने उठाया NEET का मुद्दा
बता दें कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में NEET का मुद्दा उठाया और विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर इस मामले पर चर्चा की मांग की. स्पीकर ओम बिरला ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पहले की जाए.
विपक्ष के नेता ने कहा कि हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं. इस बीच सदन में हंगामा हो गया और सदन 1 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
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