श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) विधायक दल के नेता उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार शाम जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की और कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के समर्थन पत्र सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला यहां राजभवन पहुंचे और उपराज्यपाल से मुलाकात की.
इससे पहले कांग्रेस जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष तारिक कर्रा ने नेशनल कांफ्रेंस को अपनी पुरानी पार्टी का समर्थन देने की बात कही थी. उमर ने एलजी से मुलाकात के बाद कहा, 'मैंने एलजी से मुलाकात की और उन्हें कांग्रेस, सीपीएम, आप और निर्दलीयों से मिले समर्थन पत्र सौंपे. मैंने उनसे शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय करने का अनुरोध किया ताकि सरकार काम करना शुरू कर सके. यह एक लंबी प्रक्रिया होगी क्योंकि यहां केंद्र का शासन है.'
उमर ने कहा, 'उपराज्यपाल पहले दस्तावेज राष्ट्रपति भवन और फिर (केंद्रीय) गृह मंत्रालय को भेजेंगे. हमें बताया गया है कि इसमें दो से तीन दिन लगेंगे. इसलिए यदि यह मंगलवार से पहले होता है, तो हम बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह करेंगे. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि इस सरकार में जम्मू की अनदेखी नहीं की जाएगी.' पांच निर्दलीय और एक आम आदमी पार्टी (आप) विधायक द्वारा समर्थित एनसी और कांग्रेस गठबंधन के पास 54 विधायक होंगे, जबकि विपक्षी भाजपा के पास जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा में 29 विधायक होंगे.
पूर्ववर्ती राज्य को संघ राज्य क्षेत्र में परिवर्तित कर दिए जाने और इसका विशेष दर्जा समाप्त कर दिए जाने के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार होगी. उमर ने ईटीवी भारत को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि सरकार राज्य के दर्जे पर एक प्रस्ताव पारित करेगी और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और देश के अन्य वरिष्ठ नेताओं को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए सौंपेगी. उमर ने यह भी कहा था कि उनकी सरकार जम्मू क्षेत्र सहित केंद्र शासित प्रदेश के सभी लोगों के लिए होगी.
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