हांदवाडा एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों की हुई पहचान, 31 लाख का था माओवादियों पर इनाम - Handwara encounter
बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के बार्डर एरिया पर मारे गए सभी आठों नक्सलियों की पहचान कर ली गई है. मारे गए पांच नक्सलियों पर 25 लाख का इनाम सरकार ने रखा था.
दंतेवाड़ा: अबूझमाड़ के हांदावाडा में मारे गए 8 नक्सलियों की शिनाख्ती की कार्रवाई पुलिस ने पूरी कर ली है. मारे गए माओवादियों में पांच माओवादी 5-5 लाख के इनामी नक्सली हैं. जबकी तीन नक्सली 2-2 लाख के इनामी माओवादी रहे. कुल मिलाकर आठो माओवादियों पर 31 लाख का इनाम सरकार ने रखा था.
मारे गए नक्सलियों की हुई पहचान (Etv Bharat)
मारे गए 8 नक्सलियों की हुई पहचान:72 घंटें तक चले लंबे ऑपरेशन के बाद 800 से ज्यादा जवानों के फोर्स ने नक्सलियों को हांदावाडा के रेखावाया में घेर लिया. माओवादियों को जैसे ही पता चला कि जवानों ने उनको चारों ओर से घेर लिया है उन्होने फायरिंग करनी शुरु कर दी. जवानों की जवाबी फायरिंग में 8 नक्सली ढेर हुए. मारे गए नक्सलियों में सभी खूंखार नक्सली शामिल रहे. पांच माओवादियों पर सरकार ने पांच पांच लाख का इनाम रखा था. तीन नक्सलियों पर दो दो लाख का इनाम था.
एनकाउंटर में जवानों को मिली बड़ी सफलता: रेखावाया के जंगलों में माओवादियों के बैठक किए जाने की खबर जवानों को 21 मई को मिली थी. खबर थी कि नक्सलियों के बड़े लीडर हांदावाडा में बड़ी बैठक कर रहे हैं. नक्सलियों को दबोचने के लिए जवानों ने ऑपरेशन जलशक्ति लॉन्च की. ऑपरेशन जलशक्ति के तहत जवान 72 घंटे तक इस कठिन ऑपरेशन को सफल बनाने में जुटे रहे. एनकाउंटर में बस्तर डीआरजी, बस्तर फाइटर्स के जवान और एसटीएफ की टीम शामिल रही.
हथियारों का जखीरा हुआ बरामद: मुठभेड़ के बाद जवानों ने इलाके में सघन सर्चिंग अभियान चलाया. सर्च ऑपरेशन के दौरान मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुआ. एनकाउंटर के बाद मारे गए नक्सलियों के शवों को जवान अपने साथ लेकर इंद्रावती नदी पार कर जिला मुख्यालय पहुंचे.
''ऑपरेशन जलशक्ति बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के सरहदी इलाके में चलाया गया था. ऑपरेशन के दौरान 8 नक्सलियों के शव बरामद हुए थे. मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान कर ली है. मारे गए सभी माओवादियों पर सरकार ने कुल 31 लाख का इनाम रखा था''. - गौरव राय, एसपी
मारे गए माओवादियों की हुई पहचान
नक्सली विद्या गावड़े पर सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा था. विद्या कांकेर के कोयलीबेड़ी की रहने वाली थी.
नक्सली अर्जुन मंडावी पर पांच लाख का इनाम था. बस्तर जिले के मालेवही का रहने वाला था और आमदई एरिया कमेटी का सक्रिय सदस्य था.
नक्सली रामबती कोवासी पर भी पांच लाख का इनाम था, सरिता कोंडागांव के मर्दापाल की रहने वाली थी और आमदई एरिया कमेटी की सदस्य थी.
नक्सली मंगली परसा पर पांच लाख का इनाम था, मंगली पर पांच लाख का इनाम था वो इंद्रावती एरिया कमेटी का सेक्शन कमांडर था.
नक्सली तुलसी कश्यप पर 2 लाख का इनाम था. तुलसी आमदई एरिया कमेटी का सदस्य था.
नक्सली सुखदेव बीजापुर के जांगला का रहने वाला था. सुखदेव पर 2 लाख का इनाम था वो इंद्रावती एरिया कमेटी के लोकल गुरिल्ला दल का सदस्य था.
नक्सली बुगुर जुर्री नारायणपुर के ओरछा का रहने वाला था. बुगुर इंद्रावती एरिया कमेटी में लोकल गुरिल्ला दल का सदस्य था, पुलिस ने उसपर 2 लाख का इनाम रखा था.
नक्सली मंगलू जुर्री पर 2 लाख का इनाम था, जुर्री नारायणपुर के ओरछा का रहने वाला था. इंद्रावती एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 16 का दस्य था.