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हिंदी दिवस : दुनिया भर की भाषाओं के बीच क्या है हिंदी की रैंकिंग ? - National Hindi Day

National Hindi Day : दुनिया भर में हिंदी भाषा बोलने/जानने वाले लोगों की संख्या तीसरे स्थान पर है. हिंदी पढ़ने, बोलने, समझने वाली आबादी की बात करें तो ये दुनिया भर में मौजूद हैं. पढ़ें पूरी खबर...

National Hindi Day
राष्ट्रीय हिंदी दिवस (Getty Images)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 14, 2024, 6:31 AM IST

हैदराबादः भारत कई भाषाओं और लिपियों से समृद्ध देश है. यहां कई भाषाएं बोली जाती हैं. हिंदी भाषा देश के आधे से ज्यादा हिस्से को जोड़ती है. भले ही अंग्रेजी का प्रचलन बढ़ा हो, लेकिन हिंदी ज्यादातर भारतीयों की मातृभाषा है. हालांकि हिंदी को भारत में राष्ट्रीय भाषा का दर्जा नहीं मिला है, लेकिन आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी की अपनी एक खास पहचान है. हिंदी भाषा भारतीयों के साथ-साथ विदेशों में रहने वाले भारतीयों को भी जोड़ती है. हिंदी भारत की पहचान और गौरव दोनों है. हिंदी को लेकर दुनिया भर के तमाम देशों में रहने वाले भारतीयों को एकजुट करने के लिए विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है.

हिंदी दिवस मनाने का इतिहास:
हिंदी दिवस मनाने की आधिकारिक शुरुआत 14 सितंबर 1953 को हुई थी. 1953 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर संसद भवन में 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी. तब से लेकर अब तक हर साल इस दिन को राष्ट्रीय हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की सिफारिश के बाद 14 सितंबर 1953 से हिंदी दिवस मनाया जाने लगा. आपको बता दें कि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को पूरी दुनिया में मनाया जाता है, इस तरह भारत में हिंदी दिवस दो बार मनाया जाता है.

सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा: वैश्विक हिंदी शोध संस्थान, देहरादून ने अपने शोध रिपोर्ट 2023 के 19वें संस्करण की जानकारी देते हुए बताया कि अब हिंदी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा बन गई है. वैश्विक हिंदी शोध संस्थान, देहरादून के भाषाविज्ञान शोधकर्ता एवं महानिदेशक डॉ. जयंती प्रसाद नौटियाल ने इस बात को संदेह से परे साबित कर दिया कि हिंदी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है. हालांकि भाषा रैंकिंग संस्था “एथनोलॉग” हिंदी को तीसरे स्थान पर दिखाती है, जो सही नहीं है.

इस शोध की प्रामाणिकता साबित करने के लिए 31 चरणों में इसकी जांच की गई, जिसमें विश्वविद्यालयों में विद्वानों द्वारा इस शोध पर चर्चा की गई, इस उद्देश्य के लिए आयोजित विशेष संगोष्ठियों में तथ्यों की जांच की गई और भाषा अधिकारियों द्वारा इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि की गई. भाषाविदों और हिंदी विद्वानों के विचार/राय मांगे गए. इन सभी चरणों में यह शोध प्रामाणिक साबित हुआ है. इस आधार पर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार ने सभी सरकारी बैंकों, सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों और वित्तीय संस्थाओं को निर्देश दिए थे कि इस शोध को सभी हिंदी कार्यशालाओं/सेमिनारों में अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाए और इसे उनकी गृह पत्रिकाओं में भी प्रकाशित किया जाए.

एथनोलॉग द्वारा रैंकिंग: दुनिया में भाषाओं की रैंकिंग प्रतिष्ठित अमेरिकी संगठन "एथनोलॉग" द्वारा की जा रही है. एथनोलॉग, हिंदी को भाषा बोलने/जानने वाले लोगों की संख्या के मामले में तीसरी सबसे बड़ी भाषा के रूप में स्थान दे रहा है, जबकि तथ्य यह है कि हिंदी सभी पहलुओं में दुनिया में पहले स्थान पर रहने की हकदार है.

हिंदी फारसी शब्द हिंद से ली गई है: हिंदी नाम फारसी शब्द हिंद से लिया गया है, जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण करने वाले फारसी भाषी तुर्कों ने सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को हिंदी नाम दिया. यह भाषा भारत की एक आधिकारिक भाषा है और संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा है.

हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहल: भारत सरकार ने हिंदी भाषा के उपयोग और स्थिति को बढ़ाने के लिए कई पहलों को लागू किया है.

प्रमुख प्रयासों में शामिल हैं:

  1. पुरस्कार और छात्रवृत्तियां: राजभाषा गौरव पुरस्कार और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार जैसे सम्मान हिंदी को बढ़ावा देने में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता देते हैं.
  2. हिंदी साहित्य सम्मेलन (मान्यता) अधिनियम, 1956: इस अधिनियम ने साहित्यिक कार्यक्रमों के आयोजन, लेखकों का समर्थन करने और हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए एक निकाय की स्थापना की.
  3. हिंदी भाषा पाठ्यक्रम: केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान (CHTI) गैर-हिंदी भाषियों के बीच हिंदी दक्षता बढ़ाने के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है.
  4. प्रौद्योगिकी में हिंदी का उपयोग: यूनिकोड समर्थन सहित डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रौद्योगिकी पर हिंदी की पहुंच बढ़ाने की पहल.
  5. अंतरराष्ट्रीय प्रचार: भारत और मॉरीशस ने हिंदी की वैश्विक मान्यता और संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में शामिल करने की वकालत करने के लिए 1999 में विश्व हिंदी सचिवालय (WHS) की स्थापना की.
  6. दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाएं: भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में, हिंदी दक्षिण एशिया में एक प्रमुख स्थान रखती है. इसकी देवनागरी लिपि और विविध बोलियां भारतीय उपमहाद्वीप की भाषाई समृद्धि में योगदान करती हैं. बॉलीवुड फिल्मों और शास्त्रीय साहित्य में हिंदी का सांस्कृतिक महत्व स्पष्ट है.

हिंदी के बारे में कुछ अनसुनी बातें:

  1. हिंदी में पहली कविता प्रसिद्ध कवि ‘अमीर खुसरो’ ने लिखी थी. हिंदी भाषा के इतिहास पर किताब लिखने वाले पहले लेखक कोई भारतीय नहीं, बल्कि एक फ्रांसीसी लेखक ग्रासिम डी तैसी थे.
  2. वर्ष 1977 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र में गर्व के साथ हिंदी भाषा में भाषण देकर हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दर्शाया था.
  3. 26 जनवरी, 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को प्राथमिक भाषा माना गया.
  4. 'अच्छा' और 'सूर्य नमस्कार' जैसे कई हिंदी शब्दों को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल किया गया है.
  5. हिंदी में पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी.
  6. हिंदी को 1950 में आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला.
  7. वर्ष 2009 में गूगल ने अपने सर्च इंजन में हिंदी को शामिल किया.
  8. भारत के अलावा हिंदी मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में भी बोली और समझी जाती है.

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