बेंगलुरु:कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इसी बीच उन्होंने कहा है कि, मैसूर शहरी विकस प्राधिकरण (MUDA) साइटों का आवंटन कानूनी है. उन्होंने कहा कि, मामले में उनका और उनकी पत्नी की कोई भूमिका नहीं है. साथ ही सीएम ने आरोप लगाया कि, मामले में बीजेपी और जेडीएस पार्टियां अपनी राजनीति चमकाने के लिए उन्हें बदनाम करना चाहती है. वहीं डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भाजपा को चुनौती दी कि वह भाजपा की अनियमितताओं के बारे में चर्चा करने के लिए मीडिया या सार्वजनिक मंच पर आएं.
सीएम बोले, 'मुझे बदनाम करने की हो रही कोशिश'
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधानसभा (विधान सौधा) में रिकॉर्ड लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी सफाई दी और बीजेपी, जेडीएस पर आरोप लगाए. उन्होंने आगे कहा कि, विपक्ष वाले राजनीति से प्रेरित बयान देते है, जो निराशाजनक है. उन्होंने दोहराया कि, ये पार्टियां उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, बीजेपी और जेडीएस को कांग्रेस का दोबारा सत्ता में आना बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
सिद्धारमैया ने कहा कि, विपक्ष सत्र में वाल्मीकि विकास निगम मुद्दे को छोड़कर राज्य की समस्या पर कोई बात नहीं की. विपक्ष की ओर से किसी ने भी राज्य में बाढ़ के बारे में बात नहीं की है. ऐसा लगता है कि सीएम और राज्य सरकार को बदनाम करने की मंशा है. उन्होंने कहा, MUDA साइटों का आवंटन कानूनी है. उन्होंने कहा, 'भाजपा-जेडीएस मेरा दूसरी बार सीएम बनना बर्दाश्त नहीं कर सकती.
'कुमारस्वामी से ही पूछिए कि तौलिया किसने डाला'
एचडी कुमारस्वामी के उस बयान पर टिप्पणी करते हुए कि राज्य में उस पद के लिए सीएम की कुर्सी पर तौलिया रखने वाले ही साजिश रच रहे हैं, सीएम ने डीके शिवकुमार की ओर देखते हुए कहा कि, ''हमारे पास सीएम बनने के लिए कई योग्य लोग हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, कुमारस्वामी से ही पूछिए कि तौलिया किसने डाला. लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम सिद्धारमैया ने विपक्ष के खिलाफ जमकर निशाना साधा.
डीके शिवकुमार ने बीजेपी को दी चुनौती
वहीं, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'हम हमेशा की तरह विधानसभा सत्र में सीएम सिद्धारमैया द्वारा उल्लेखित बीजेपी प्रशासन के घोटालों को उजागर करेंगे. उन्होंने आगे कहा , इससे पहले कि भाजपा MUDA और वाल्मिकी निगम के मामलों के खिलाफ पदयात्रा निकाले, पहले उन्हें अपने समय में हुई अनियमितताओं के बारे में जवाब देना चाहिए. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि, भाजपा किसी भी मीडिया या सार्वजनिक मंच पर आकर इन अनियमितताओं पर खुली बहस करे. डीके शिवकुमार ने कहा कि, वे चर्चा के लिए तैयार हैं. उन्होंने कुमारस्वामी, येदियुरप्पा, जगदीश शेट्टार, बसवराज बोम्मई और आर अशोक को खुली बहस में शामिल होने की चुनौती दे डाली.