श्रीकाकुलम (आंध्र प्रदेश):आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के नागरीपेंटा गांव के मूल निवासी मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू को 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार प्रतिष्ठित कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है.
सैनिक स्कूल कोरुकोंडा (2005-2012) के पूर्व छात्र मेजर नायडू ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (2012-2015) और भारतीय सैन्य अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया, जहां से उन्होंने 2016 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. अपने दल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए उन्होंने प्रथम ऑर्डर ऑफ मेरिट प्राप्त किया तथा भारतीय सैन्य अकादमी में उन्हें राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया. वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल्स के साथ कार्यरत मेजर नायडू ने 26 अक्टूबर, 2023 को नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा सेक्टर में गश्ती दल का नेतृत्व करते हुए असाधारण बहादुरी का प्रदर्शन किया.
इतना ही नहीं जब उनकी घात लगाने वाली पार्टी का सामना पांच आतंकवादियों के एक समूह से हुआ, तो मेजर नायडू ने उन्हें पकड़ने के लिए अपनी टीम को तुरंत स्थानांतरित कर दिया, और भीषण गोलीबारी शुरू कर दी. असाधारण साहस का परिचय देते हुए, उन्होंने दो आतंकवादियों को नजदीक से मार गिराया तथा भारी गोलीबारी के बावजूद तीन अन्य को मार गिराया. साथ ही बहादुरी दिखाते हुए मेजर नायडू ने एक गुफा के अंदर छिपे आतंकवादी का सामना किया. ग्रेनेड हमलों से बाल-बाल बचे नायडू ने एक साहसिक मुठभेड़ में हमलावर को मार गिराया. अपने सैनिकों को बचाने और खतरों को खत्म करने में उनके निडर नेतृत्व, सामरिक सटीकता और व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह न करने के लिए मेजर मल्ला राम गोपाल नायडू को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है. वह एक कृषक परिवार से हैं, विवाहित हैं और उनकी दो साल की बेटी है.
ये भी पढ़ें- स्वतंत्रता दिवस: राष्ट्रपति ने किया 103 वीरता पुरस्कारों का एलान, चार जवानों को कीर्ति चक्र और 18 को शौर्य चक्र