मुंबई : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर के एक स्कूल में दो लड़कियों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस का हथियार छीनकर गाड़ी में सवार पुलिस पर फायरिंग की. इसमें पुलिस अधिकारी भी घायल हुए. वहीं पुलिस की जवाबी फायरिंग में अक्षय शिंदे को गोली लगी. उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई. विपक्ष ने एनकाउंटर मामले की न्यायिक जांच की मांग की है.
एक अधिकारी ने बताया कि स्कूल में सफाईकर्मी के तौर पर काम करने वाले अक्षय शिंदे को जांच के लिए तलोजा जेल से बदलापुर ले जाया जा रहा था. जब पुलिस की गाड़ी मुंब्रा बाईपास पर पहुंची, तो शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और एक सहायक पुलिस निरीक्षक पर गोली चला दी. अधिकारी ने बताया कि जवाबी फायरिंग में शिंदे घायल हो गया.
इस मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, 'बदलापुल मामले में आरोपी की पूर्व पत्नी ने लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज कराया था. इसमें उसे (अक्षय शिंदे को) जांच के लिए ले जाया जा रहा था. इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई जो घायल हो गया उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की. जांच के बाद और जानकारी सामने आएगी...'
बता दें कि 12 अगस्त को स्कूल के शौचालय में दो नाबालिगों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया गया था. आरोपी को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना के बाद इलाके में विरोध प्रदर्शन हुए.स्थानीय पुलिस शुरू में मामले की जांच कर रही थी, लेकिन पुलिस जांच में गंभीर खामियों को लेकर लोगों में आक्रोश के बाद महाराष्ट्र सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था. वहीं स्कूल के चेयरमैन और सचिव के खिलाफ भी यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत घटना की तुरंत पुलिस को सूचना न देने और लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया गया है.
जानिए क्या कहा कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेताओं ने
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, '...बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी की मृत्यु की बातें सामने आ रही है... हमारी मांग है कि किसी भी आरोपी को बख्शा न जाए ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो... सरकार मुख्य अपराधियों को बचाने का प्रयास क्यों कर रही है, न्यायालय इसकी जांच करे, यह कांग्रेस पार्टी की मांग है...'
वहीं कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, 'पुलिस की कहानियां एक के बाद एक बदल रही हैं, पहले कहा गया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, फिर कहा गया कि यह एक एनकाउंटर है, फिर कहा गया कि वह पुलिस पर हमला कर रहा था. एनकाउंटर किसका होता है? एनकाउंटर आतंकवादियों, अंडरवर्ल्ड के गुनहगारों का होता है... ऐसा लगता है कि शायद पुलिस किसी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है... यह बहुत गंभीर मामला है... मुझे लगता है कि CJI को इस मामले का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और इस घटना को अपने हाथ में लेना चाहिए...'
इसी क्रम में शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा, 'बदलापुर घटना के आरोपी का एनकाउंटर होना अच्छी खबर है. जो लोग इस एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे आरोपी के साथ खड़े हैं या महाराष्ट्र पुलिस के साथ. जब यह घटना हुई थी तो यही लोग कह रहे थे कि आरोपी को सार्वजनिक रूप से फांसी मिलनी चाहिए और आज वे इस पर सवाल उठा रहे हैं... मैं सभी विपक्षी नेताओं से अपील करूंगा कि वे आरोपी के लिए आंसू बहाने के बजाय महाराष्ट्र पुलिस के साथ खड़े हों...'
एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, 'दो नाबालिग लड़कियों के बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में महायुति सरकार का रवैया चौंकाने वाला है! पहले एफआईआर दर्ज करने में देरी और अब मुख्य आरोपी की हिरासत में हत्या! यह कानून प्रवर्तन और न्याय प्रणाली का पूर्ण रूप से विफल होना है. यह अक्षम्य है, यह महाराष्ट्र के लोगों को न्याय से वंचित करता है.'
ये भी पढ़ें- बॉम्बे हाईकोर्ट ने बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के यौन उत्पीड़न के मामले में स्वत: संज्ञान लिया