चेन्नई: तमिलनाडु के कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का त्योहार भव्य तरीके से मनाया जाएगा. इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार विशेष अतिथि के रूप में भाग लेंगे.
महाशिवरात्रि से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्योहार की शानदार सफलता की कामना की है. बीते दिनों उन्होंने इस संबंध में सद्गुरु जग्गी वासुदेव को एक पत्र लिखा. उन्होंने पत्र में लिखा, 'ईशा योग केंद्र, कोयंबटूर में आयोजित महाशिवरात्रि समारोह 2025 के पावन अवसर पर ईशा फाउंडेशन के सभी लोगों और भगवान शिव के असंख्य भक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई. सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक के रूप में व्यापक रूप से मनाया जाने वाला महाशिवरात्रि अपने आध्यात्मिक उत्थान गुण के लिए गहरी श्रद्धा और भक्ति को जगाता है. उपवास, ध्यान और आत्ममंथन का अवसर, यह अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है. महाशिवरात्रि, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह की महान रात्रि है - शिव और शक्ति का एक ब्रह्मांडीय मिलन है. यह व्यापक रूप से माना जाता है कि भक्ति, प्रार्थना और स्वयं पर नियंत्रण के माध्यम से, भक्त आध्यात्मिक रूप से प्रगति कर सकते हैं, साथ ही सर्वोच्च दिव्य ऊर्जा के साथ संबंध स्थापित कर सकते हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, "महाशिवरात्रि जैसे त्योहार भूगोल, संस्कृति, समय और स्थान की बाधाओं को पार करते हुए मानवता को आंतरिक शांति, संतुलन और सद्भाव के सामान्य धागों से बांधते हैं. यह प्रकृति के प्रति श्रद्धा को विकसित करने और उसके साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में रहने का संदेश भी देता है. हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में आदियोगी की प्रतिमाएं स्थापित करने की पहल के बारे में जानना विशेष रूप से उत्साहजनक है."