कोलकाता की महिला डॉक्टर बलात्कार और हत्या पीड़िता के लिए न्याय और आरोपियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकीलों ने विरोध मार्च निकाला.
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस: जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी, स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित - Kolkata Doctor Rape Murder Case
Published : Aug 19, 2024, 12:21 PM IST
|Updated : Aug 19, 2024, 2:27 PM IST
नई दिल्ली:कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर मामले को लेकर जूनियर डॉक्टरों का देशव्यापी विरोध- प्रदर्शन आज भी जारी है. पीड़िता को न्याय और डॉक्टरों की सुरक्षा की मांगों को लेकर कई राज्यों में डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन किया. पश्चिम बंगाल में सोमवार को सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं. सप्ताह के पहले दिन ओपीडी विभागों में भारी भीड़ देखी गई और स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ डॉक्टरों को अपने जूनियर डॉक्टरों की जगह काम करना पड़ा.
इस बीच नेताओं की ओर से बयानबाजी जारी है. वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने आज डॉक्टरों से मिलकर उनसे हालात को लेकर बातचीत की. बताया जा रहा है कि राज्यपाल कोलकाता के हालात के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को अवगत कराएंगे. दूसरी ओर ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर मामले की जांच सीबीआई द्वारा आज भी जारी है.
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कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकीलों ने विरोध मार्च निकाला
वृंदा करात ने कहा, ममता सरकार की विश्वसनीयता शून्य है
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले पर माकपा नेता वृंदा करात ने कहा, 'इस मामले में ममता बनर्जी सरकार की विश्वसनीयता शून्य है. कल हम यह पता लगाएंगे कि सुप्रीम कोर्ट ने किस आधार पर इस मामले का संज्ञान लिया है.'
दिल्ली में डॉक्टरों ने निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस मामले को लेकर राजधानी दिल्ली में आज भी डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन किया. डॉक्टर पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही डॉक्टरों को अस्पतालों में सुरक्षा प्रदान करने की मांग कर रहे हैं. मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज समेत विभिन्न संस्थानों के डॉक्टरों ने दिल्ली में निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
आरजेडी नेता बंगाल के राज्यपाल बयान पर भड़के, कहा- कुर्सी की गरिमा तार तार कर रहे हैं
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बयान पर आरजेडी नेता मनोज कुमार झा भड़क गए. उन्होंने कहा, 'क्या ये सिर्फ बंगाल में हो रहा है? जो हो रहा है उससे हर कोई आंदोलित है लेकिन आप संविधान के संरक्षक हैं. आप अपनी कुर्सी की गरिमा को नुकसान पहुंचा रहे हैं. आपको सहानुभूति व्यक्त करने से कोई नहीं रोक रहा है लेकिन हमने आपको पहले कभी ऐसा करते नहीं देखा. एकतरफा विरोध ठीक नहीं है. ऐसे जघन्य अपराध में राजनीति का रास्ता न बनाएं.'
राज्यपाल ने ममता सरकार पर साधा निशाना, कहा-राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार राज्य की महिलाओं के लिए असफल रही है. राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने रक्षाबंधन के अवसर पर राजभवन में महिला नेताओं और डॉक्टरों से मुलाकात की. उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का पतन हो रहा है. यह नहीं चल सकता. आज हमें अपनी बेटियों और बहनों की सुरक्षा का संकल्प लेना होगा. यह समाज ऐसा होना चाहिए जहां महिलाएं खुश और सुरक्षित महसूस करें.
उन्होंने कहा, 'बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है. बंगाल ने अपनी महिलाओं को निराश किया है. समाज ने नहीं बल्कि मौजूदा सरकार ने अपनी महिलाओं को निराश किया है. बंगाल को उसके प्राचीन गौरव वापस लाया जाना चाहिए, जहां महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त था. महिलाएं अब 'गुंडों' से डरती हैं, यह सरकार द्वारा पैदा किया गया है जो इस मुद्दे के प्रति असंवेदनशील है.' राज्यपाल ने कहा, 'बंगाल में सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि महिलाओं को कोई सुरक्षा न मिले, यही बात आरजी कर में हुई भीषण त्रासदी से पता चलती है.
ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए.' राज्यपाल बोस राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं. इस बीच, मृतक डॉक्टर के माता-पिता के बयान पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा, 'मैं मां की भावनाओं का सम्मान करता हूं. कानून अपना काम करेगा.' राज्यपाल ने रक्षा बंधन के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहनें ईश्वर की सबसे सुंदर रचना हैं. बहनें खून में और दिल में महसूस की जाती हैं.
इससे पहले पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किए जाने के बाद राज्यपाल बोस ने रविवार को कहा कि उन्होंने इस मामले में की गई कार्रवाई से उन्हें अवगत कराने और मुद्दे पर उनकी राय जानने के लिए बंगाल समाज के विभिन्न वर्गों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है.