नई दिल्ली:केंद्र सरकार और दक्षिणी राज्यों के बीच का टकरार बढ़ता ही जा रहा है. केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) के पूरे मंत्रिमंडल के साथ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर से नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी मौजूद हैं. इनके समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उतर गए हैं. सभी नेता कथित वित्तीय अन्याय के खिलाफ दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आज यहां केरल के सीएम को कामकाज छोड़कर धरना करने आना पड़ा, देश को यह दिन भी देखना पड़ा. आधे राज्यों में विपक्ष की सरकार है और आधे में उनकी. लेकिन लग रहा है कि केंद्र सरकार ने विपक्ष को लेकर हिंदुस्तान पाकिस्तान बना रखा है.
सीएम केजरीवाल ने पूछा, क्या आप विपक्षी राज्यों के सत्तर करोड़ लोगों को अपना नहीं मानते? संविधान में इन सरकार की ताकतों को लेकर लिखा है. लेकिन विपक्ष की सरकारों को तंग करने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है. पहला तरीका- फंड जारी नहीं कर रहे, दूसरा तरीका- एलजी और राज्यपाल काम नहीं करने दे रहे, तीसरा तरीका- एजेंसी के जरिए किसी को भी जेल में डाल रहे.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था और आज मुख्यमंत्री पिनरई विजयन समेत केरल के नेता भी यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश किए जाने के बाद से केंद्र बनाम राज्य विवाद गरमा गया है. विपक्ष का दावा है कि गैर-भाजपा शासित राज्यों में विशेष रूप से दक्षिणी राज्यों को कम पैसा दिया जा रहा है. जिसे लेकर कर्नाटक, केरल, कर्नाटक विरोध कर रहे हैं. उनके इस प्रदर्शन में दिल्ली, पंजाब और जम्मू कश्मीर से नेशनल कांफ्रेंस का भी साथ मिला है.