जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने बुधवार को कठुआ-डोडा सीमा पर अग्रिम परिचालन ठिकानों (एफओबी) यानी सेना की अग्रिम चौकियों का दौरा किया, ताकि क्षेत्र में तैनात बलों की सुरक्षा स्थिति और परिचालन क्षमता का आकलन किया जा सके. पुलिस प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि डीजीपी ने जम्मू संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन, जेकेएस रेंज के उप-महानिरीक्षक (डीआईजी) शिव कुमार शर्मा और कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) शोभित सक्सेना के साथ एफओबी का दौरा किया और सीमा पर तैनात विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के कर्मियों के साथ बातचीत की.
सेना के अधिकारियों से बात करते हुए डीजीपी नलिन प्रभात (ETV Bharat) पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य, संभावित खतरों और जवाबी उपायों पर व्यापक जानकारी दी. सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए डीजीपी ने किसी भी सुरक्षा चुनौती का मुकाबला करने के लिए 'परिचालन सतर्कता, टास्क को प्रमुखता के साथ पूरा करना और दृढ़ इच्छाशक्ति' का आह्वान किया.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि डीजीपी नलिन प्रभात ने स्थिरता बनाए रखने में क्षेत्र में तैनात विशेष टीमों की उनके सक्रिय भूमिका और दृढ़ संकल्प के लिए सराहना की. डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा बलों को हर समय दृढ़ और तैयार रहना चाहिए. प्रशिक्षण, समन्वय और खुफिया जानकारी साझा करना हमारे सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने की कुंजी है.
सुरक्षा बलों से मिलते हुए डीजीपी नलिन प्रभात (ETV Bharat) नियमित प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर जोर
एडीजीपी (जम्मू) आनंद जैन ने सुरक्षा कर्मियों की दक्षता बढ़ाने के लिए नियमित प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के महत्व को दोहराया. सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने डीजीपी को सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने और स्थानीय स्तर पर चिंताओं को दूर करने के उद्देश्य से चल रही पहलों से अवगत कराया.
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि डीजीपी ने यह दौरा ऐसे समय में किया, जब केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं, और सुरक्षा बल संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रख रहे हैं.
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